आनलाइन शिक्षा में पूरी फीस की सख्ती नहीं

  • मनमानी करने वाले स्कूलों पर कार्रवाई

Loading

नागपुर. शालेय शिक्षा राज्यमंत्री बच्चू कडू ने कहा कि कुछ स्कूल बोगस पालक-शिक्षक समिति गठित कर रहे हैं. जांच में सही पाये गये तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल नर्सरी शुरू नहीं की जा सकती. वर्तमान में स्कूलें बंद है और आनलाइन क्लासेस शुरू है. इस हालत में पूरी फीस भरने की सख्ती नहीं की जा सकती. यदि कोई स्कूल मनमानी करता है तो शिक्षा अधिकारी उनकी सूची तैयार करें. उन स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

शुक्रवार को बच्चू कडू की उपस्थिति में जिलाधिकारी कार्यालय के बचत भवन सभागृह में सिटी के विविध स्कूल प्रबंधन व पालकों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई. इसमें अपर जिलाधिकारी श्रीकांत फडके, शिक्षाधिकारी (माध्यमिक) डॉ. शिवलिंग पटवे, शिक्षाधिकारी (प्राथमिक) चिंतामण वंजारी उपस्थित थे. कडू ने कहा कि स्कूल प्रबंधन और पालकों के बीच आमने-सामने की बैठक होनी चाहिए. नियम बाहय और फीस बढ़ाने वाले स्कूलों पर फौजदारी मामला दर्ज किया जाएगा. इसके लिए एक समिति स्थापित की गई है. समिति अपनी रिपोर्ट देगी. इसके अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी. इसमें यदि शिक्षा विभाग के अधिकारी दोषी पाये जाते है तो उन्हें भी नहीं बख्शा जाएगा. इस बार कोरोना संकट के कारण स्कूल बंद है. केवल आनलाइन क्लासेस ही शुरू है. इस हालत में स्कूलें शिक्षा शुल्क कम करे, यह पालकों की मांग की थी. 

अतिरिक्त शुक्ल नहीं 

सिटी की स्कूलों में अलग-अलग पाठ्यक्रम पढाया जाता है. इसकी जांच की जाएगी. अतिरिक्त शुल्क वसूलने का अधिकार किसी भी स्कूल प्रबंधन को नहीं है. अतिरिक्त शुल्क के नाम पर पालकों से मनमानी नहीं की जा सकती. किताबें, यूनिफार्म, बैग सहित अन्य सामग्री स्कूलों द्वारा बिक्री किये जाने पर उनके खिलाफ फौजदारी मामले दर्ज किये जाएगे. कुछ स्कूलें बोगस पालक-शिक्षक समिति स्थापित कर रहे हैं. इनकी भी जांच की जाएगी. स्कूल प्रबंधन द्वारा झूठी जानकारी देकर दिशाभूल किये जाने पर धोखाधडी का मामला दर्ज किया जाएगा.