NMC

Loading

नागपुर. न्यू नरसाला में सड़क निर्माण को लेकर हुए विवाद में विधायक प्रवीण दटके द्वारा नगर रचना उपसंचालक प्रमोद गावंडे को अपशब्द कहे जाने के बाद भले ही अधिकारियों और कर्मचारियों की ओर से काम बंद आंदोलन करने की घोषणा की, लेकिन इससे प्रशासकीय कामकाज प्रभावित होता देख मंगलवार को मनपा आयुक्त मुंढे की ओर से अधिकारी और कर्मचारियों के संगठन के पदाधिकारियों के साथ विशेष बैठक ली गई. जिसमें आयुक्त द्वारा आंदोलन वापस लेने की अपील करने के बाद अधिकारियों और कर्मचारियों की ओर से आंदोलन स्थगित करने का निर्णय लिया. विशेषत: सोमवार को ही महापौर संदीप जोशी ने भी अधिकारियों के मिले शिष्टमंडल को आंदोलन खत्म करने की अपील की थी.

दुर्भाग्यपूर्ण है घटना
चर्चा के दौरान मनपा आयुक्त मुंढे ने कहा कि नगर रचना विभाग के सहायक संचालक के साथ हुई घटना निश्चित ही दुर्भाग्यपूर्ण है. अधिकारी और पदाधिकारी के संदर्भ में आचार संहिता हो, उसका पालन हो, इसकी मांग राज्य सरकार से पत्र द्वारा की गई है. बैठक में अति. आयुक्त राम जोशी, अति. आयुक्त संजय निपाने, उपायुक्त निर्भय जैन, प्रभारी उपायुक्त महेश मोरोणे, मिलिंद मेश्राम, डा. प्रदीप दासरवार, अमोल चौरपगार, मुख्य लेखा व वित्त अधिकारी हेमंत ठाकरे, अधीक्षक अभियंता मनोज तालेवार सहित सभी सहायक आयुक्त और कार्यकारी अभियंता तथा राष्ट्रीय नागपुर कार्पोरेशन एम्प्लाईज एसोसिएशन के महासचिव रंजन नलोडे, सचिव संजय मोहले और कोषाध्यक्ष प्रवीण तंत्रपाडे भी उपस्थित थे.

शहर के हित में करना है काम
आयुक्त ने कहा कि वर्तमान में कोरोना के इस संकटकाल में सभी को शहर के हितों के लिए काम करना है. जिससे जिम्मेदारी और समन्वय से अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए. किसी तरह की अनुचित घटना ना हो, इसका ध्यान रखने की अपील भी उन्होंने की. उन्होंने कहा कि मनपा शहर की जनता के हितों की  दृष्टि से कार्य करती है. जिससे यहां कार्य करनेवाले प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारियों का दायित्व शहर के प्रति और जनता के प्रति है. अपनी प्राथमिकता शहर के हितों की दृष्टि से कार्य करने की है. अति. आयुक्त राम जोशी ने कहा कि घटना के बाद अधिकारी और कर्मचारियों का शिष्टमंडल महापौर से मिला था. उन्होंने भी पूरा मामला अनुचित होने के कारण सदस्य पार्षद की ओर से माफी मांगी है. जिससे अधिकारी और कर्मचारियों ने समन्वय की भूमिका लेकर आंदोलन स्थगित करने का निर्णय लिया है.