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बर्डी मार्किट (फाइल फोटो)

  • सीमित ग्राहकी के साथ श्रीगणेश
  • धीरे-धीरे सुचारु होगा बाजार
  • ऑड-ईवन में कंफ्यूज हुए व्यापारी

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नागपुर. ढाई माह के इंतजार के बाद आखिरकार बाजार में छाया सन्नाटा खत्म हो गया. पहले दिन दूकानदार जहां साफ- सफाई और नियम-कानून को लागू करवाने के प्रयास में व्यस्त रहे, वहीं ग्राहकों ने विशेष सतर्कता बरती. दूकानें खुलने के बाद भी बाजारों में उतनी भीड़ नहीं थी, जिसकी अपेक्षा की जा रही थी. बर्डी, महल, गांधीबाग, सराफा बाजार, धरमपेठ, सक्करदरा, जरीपटका, खामल, गोधनी, दिघोरी सहित शहर के विविध बाजार में में सराफा, कपड़ा, फुटवेयर, बर्तन, हार्डवेयर दूकानें खुलने से छायी वीरानी को निश्चित रूप से विराम लगा है. इतवारी जैसे क्षेत्र में भी बहुत अधिक भीड़ नहीं देखी गई.

लेकिन बर्डी में अच्छी खासी चहल-पहल रही. मस्कासाथ में आम दिनों की तरह रौनक देखने को मिली तो सराफा बाजार में कुछ ग्राहकों का आगमन हुआ. कपड़ा बाजार में भी बहुत अधिक भीड़ नहीं रही. बाजार खुलते ही ग्राहक मार्केट पहुंचे, वहीं ग्राहकों के स्वागत के लिए व्यापारियों ने पूरी तरह से तैयारी कर रखी थी. व्यापारी मास्क और सैनिटाइजर के साथ तैयार थे, लेकिन अहम खरीदी करने वाले ही ग्राहक बाजार में पहुंचे. दूकानें खुलने से शहर में निश्चित रूप से काफी अंतर आया है. ढाई माह तक बिल्कुल वीरानी के माहौल को विराम लगा है. दूकानदारों की मानें तो धीरे-धीरे बाजार में चहल-पहल बढ़ेगी. लोगों में अभी भी डर है और वे इत्मीनान के साथ बाजार में उतरेंगे.

फिर चमचमाया सराफा बाजार
शादी-ब्याह जैसे पीक सीजन में बंद पड़ा सराफा बाजार फिर से एक बार चमक बिखरने को तैयार है. पहले दिन लगभग 200 से 250 दूकानें खुली हैं. पहले दिन बाजार में ग्राहकी तो रही लेकिन बहुत ज्यादा नहीं. बाहर गांव से आने-जाने में अभी भी प्रतिबंध है, जिसका असर बाजार पर है. पूर्ण रूप से सुचारु होने में अभी वक्त लगेगा. इस बीच दूकानदार भी अपनी-अपनी तैयारी को पुख्ता कर लेंगे. मार्केट खुलने का पहला दिन होने के चलते बहुत से लोगों इसकी जानकारी नहीं है. अभी जैसे-जैसे पता चलेगा, वैसे-वैसे भीड़ बढ़ेगी.

लंबे लॉकडाउन के चलते ग्राहकी रही कम
व्यापारियों के अनुसार आम दिनों में गांधीबाग, बर्डी, धंतोली, महल, बर्डी सहित अन्य मुख्य बाजार में कपड़ा, बर्तन, फुटवेयर और ज्वेलरी खरीदने के लिए अधिक मात्रा में ग्राहक पहुंचते हैं. लेकिन करीब 70 दिनों के लंबे लॉकडाउन के बाद बाजार खुलने को लेकर ऑड-ईवन के चक्कर में जहां व्यापारी कंफ्यूजन में रहे, वहीं ग्राहक भी अपनी पसंदीदा दूकान खुलने या बंद रहने से अनजान रहे. इसके कारण पहले दिन जिस तरह ग्राहकी चाहिए थी, वैसी कहीं पर भी नजर नहीं आई. अब जैसे-जैसे ग्राहकों को पता चलेगा. वैसे-वैसे ग्राहक मार्केट की ओर बढ़ेंगे.

पूरी नहीं हुई फैशनेबल कपड़ों की डिमांड
पहले दिन होलसेल में तो बहुत पूछ-परख नहीं रही, लेकिन रिटेल सेगमेंट में कुछ खरीदारी देखी गई. जैसे-जैसे दिन बढ़ेंगे, लोगों का विश्वास बढ़ेगा तो बाजार में बहार आएगी. शुरुआत होनी थी, सो अब हो गई है. शादी-विवाह की कुछ तिथियां बचीं हैं, जिससे दूकानदारों को काफी उम्मीद है. इस बीच व्यापारियों ने कई बैनर-पोस्टर भी लगा लिए हैं जो जागरूकता संदेश दे रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि दूकानें बंद होने से पिछला स्टॉक ही बचा हुआ है. ट्रांसपोर्ट बंद होने के वजह से नया स्टॉक नहीं आ पाया. 15 दिन या एक माह के बाद फिर से मार्केट रूटीन में आ जाएगा.

अधिकारी भी पहुंचे बाजार
मनपा सतरंजीपुरा क्षेत्र के विजय हुमने ने बताया कि पहले दिन ऑड-ईवन को लेकर अनेक व्यापारियों में भ्रम था. लोगों के भ्रम को दूर दिया गया. पहला दिन होने के कारण किसी पर जुर्माना नहीं लगाया गया. इस बीच जागरूकता लाने के लिए लाउडस्पीकर से प्रचार-प्रसार भी किया गया. उन्होंने कहा कि कुछ दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी. अगले सप्ताह से बाजार के सुचारु होने की उम्मीद की जा सकती है तब तक हम भी सहायक की भूमिका में ही रहेंगे.

मास्क बिना प्रवेश नहीं
मार्केट में कोई मास्क पहने नजर नहीं आया तो कोई बिना मास्क का दिखा. लेकिन व्यापारियों ने प्रशासन के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए जहां सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा, वहीं बिना मास्क वाले ग्राहकों को दूकानों में प्रवेश नहीं दिया गया. इसमें कुछ दूकानों में जरूर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती नजर आईं. थोक एवं चिल्लर विक्रेताओं ने तय किया है कि बिना मास्क वाले ग्राहकों को दूकान में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.

5 बजे बंद कराई दूकानें
बाजार के लिए सुबह 9 से 5 बजे का समय तय किया गया है. इसके चलते शाम 5 से 5.30 बजे तक मनपा के कर्मचारियों ने घूम-घूमकर पूरे मार्केट को बंद करा दिया.