नागपुर. मनीष श्रीवास हत्याकांड में गिरफ्तारी होने के बाद रणजीत सफेलकर के खिलाफ शिकायतें बढ़ती जा रही हैं. उसके चक्कर में और भी लोग मुसीबत में आ गए हैं. पिछले दिनों पुलिस ने कलमना थाने में सफेलकर सहित अजय चन्नौर, संजय कारोंडे और राकेश काले के खिलाफ प्रापर्टी पर अवैध कब्जा जमाने और जान से मारने की धमकी देने सहित विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया. संजय ने बताया कि जमीन का विवाद कोर्ट में वर्ष 2012 से न्यायप्रविष्ट है. जिस प्लॉट का उल्लेख शिकायत में किया गया उसकी मूल मालिक प्रभाबाई कुकड़े है. यह जमीन प्रभाबाई ने अजय को बेची थी.
जमीन के मालिकाना हक को लेकर डिकोंडवार और उनके बीच कोर्ट में केस चल रहा है. खुद डिकोंडवार के रणजीत के साथ संबंध थे. 6-7 महीने पहले डिकोंडवार ने एक कार्यक्रम में रणजीत को आमंत्रित किया. जमीन के विवाद की पूरी जांच किए बगैर ही उन्हें अपराधी बताकर इस मामले में आरोपी बना दिया गया. उनका सफेलकर के साथ कोई संबंध नहीं है, जबकि किसी के भी खिलाफ पहले कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं हुआ है.
उन्होंने खुद डिकोंडवार के खिलाफ कलमना थाना और क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. कुछ पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर पहले डिकोंडवार ने दबाव बनाने की कोशिश की. बात नहीं बनी तो सफेलकर के साथ नाम जोड़कर उन्हें प्रकरण में फंसाया गया. आला अधिकारियों द्वारा प्रकरण की सही जांच करवाने पर सारा मामला साफ हो जाएगा.