In Pardi Chowk unfinished project becomes headache, double flyover, citizens upset due to incomplete work of Metro

  • वर्धमान नगर से एसबी टाउन तक सड़कों से लोगों का बुरा हाल

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नागपुर. पिछले 5 वर्षों से पारडी फ्लाइओवर का काम कछुआ गति से धिमा चल रहा हैं. फ्लाईओवर को लेकर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) अधिकारियों की ठिलाई और ठेकेदारों की लेटलतीफी के कारण जनता बेहद परेशान हो चुकी है. खराब सड़क, धुल के गुबार, यातायात की खराब व्यवस्था और कई सस्याओं को लेकर जनता में सरकार और प्रशासन के खिलाफ आक्रोष ब‍ढ़ता जा रहा है.

नागरिकों की समस्याओं को कम करने के बजाए प्रशासन ने उनकी परेशानियों को और बढा दी है. एचबी टाउन से वर्धमान नगर और वाठोड़ा रिंग रोड से जूड़ने वाले पुलिया के अधुरे काम के कारण यहां की परिस्थिति बेहद भयानक हो गई है. आए दिन सड़क दुर्घटना में लोग अपनी जान गवा रहे है, लेकिन नेताओं और अधिकारियों के पास तो परिसर की खराब हालत देखने के लिए तक समय नहीं है.

महिनों से चौक पर पड़ा मलबा – खान 

युवा सेना के सचिव सलमान खान ने बताया कि वर्ष 2016 से फ्लाईओवर का काम चल रहा है. 5 वर्ष हो जाने के बाद भी परिसर की स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है. वर्धमान नगर और वाठोड़ा रोड को जोड़ने वाले रेलवे क्रासिंग के पास तो वाहनों का तो छोड़ो पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है.

वर्धमान नगर की एक सड़क पर सीमेंटीकरण का कार्य के लिए पूरानी सड़क को पूरी तरह खोद दिया गया है. वहीं पर्यायी गड्ढों से भरी सड़क पर दो तरफा यातायात शुरू है. ठेकेदार पर्यायी सड़क के गड्ढों को भी नहीं भर रहा है. इसके अलावा रेलवे क्रासिंग स्थित चौराहे पर हर जगह कई बड़े बड़े गड्ढें खोद दिये है. जहां देखों वहां मलबा पड़ा हुआ है. ऐसे में छोटे और दोपहिया वाहन चालकों को अपनी जान हथेली पर रखकर यहां से गुजरना पड रहा है. 

ट्रैफिक जाम सबसे बड़ी समस्या – पटले

स्थानीय निवासी मंथन पटले ने बताया कि ब्रिज बनने का काम अब तक अंतिम चरण तक पहुंच जाना चाहिए था. लेकिन न तो ब्रिज का कोई अता पता हैं और न ही सड़क का. रेलवे क्रासिंग से एचबी टाउन चौक पर मेट्रो ब्रिज और स्टेशन का काम जारी होने के कारण सड़क पर कई वर्षों से बेरिकेड लगे हुए है. इस मार्ग से एक ट्रक गुजर सके इतनी ही जगह रहती है.

सुबह से लेकर देर रात तक 500 मीटर की इस सड़क पर काफी समय तक ट्राफिक जाम लगा रहता है. इसके अलावा उसे के बाजू की सड़क पर तो इतने भयानक गड्ढें हो गए है कि कार के चेचेस को जोरदार झटका लगना तय है. टूव्हीलर चालकों का इस सड़क से गुजरना मतलब मौत के मुह में जाने के बाराबर हैं. इसके अलावा जेसीबी से खोदाई करते समय हर दिन किसी न किसी के घर की पाइप लाइन फूट जाती है, जिसकी मरम्मत का भार भी नागरिकों को उठाना पड रहा है.