पेरेंट्स ने गडकरी को बताई समस्या, पालकों ने मंत्री से की निजी स्कूलों की शिकायत

  • कहा-100% फीस लेने स्कूल कर रहे मानसिक रूप से प्रताड़ित

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नागपुर. प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ रविवार को सिटी के पेरेंट्स का गुस्सा उस वक्त फूट पड़ा जब उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को अपने करीब पाया. सभी पेरेंट्स ने एक स्वर में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी को मंत्री के सामने बयान किया. पेरेंट्स ने मंत्री से कहा कि प्राइवेट स्कूल 100% फीस वसूलने के लिए अलग-अलग तरीके से दबाव बना रहे हैं, जबकि अभी स्कूल बंद है बच्चों को केवल ऑनलाइन ही पढ़ाया जा रहा है.

पेरेंट्स ट्यूशन फीस का 70 फीसदी हिस्सा देने तैयार है. लेकिन स्कूल संचालक 100 प्रतिशत फीस के लिए लगातार दवाब बना रहे हैं. जो पेरेंट्स फीस भरने में असमर्थ हैं उनके बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा से भी वंचित किया जा रहा है. कोरोनो काल के इस दौर में बच्चों को शिक्षा से दूर कर उनके भविष्य के साथ प्राइवेट स्कूल संचालक खिलवाड़ कर रहे हैं. जो कि अधिनियम के खिलाफ है. जबकि किसी भी बच्चों को शिक्षा से वंचित नहीं किया जा सकता है. इसके बाद भी सिटी के प्राइवेट स्कूल अपनी मनमानी पर उतर आए हैं.

नहीं सुन रहे राज्य के मंत्री 

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिलने गए पालकों ने ये भी बताया कि प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ वे राज्य के मंत्रियों के पास भी मदद मांगने सैकड़ों बार पहुंचे थे. लेकिन किसी ने कोई खबर तक नहीं ली. स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ भी केवल मीडिया में भाषण दे रही हैं. लेकिन प्राइवेट स्कूलों पर उनकी कोई पकड़ नहीं है. अभी तक शहर के कई स्कूलों ने बच्चों को स्कूली शिक्षा से वंचित रखा है लेकिन उन स्कूलों पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है. शिक्षा मंत्री केवल भाषण देकर ही शिक्षा व्यवस्था को संचालित कर रह बच्चों के भविष्य को बिगाड़ रही हैं.

मैनेजमेंट और पेरेंट्स के बीच होगी मध्यस्था

पालकों की शिकायत सुनने के बाद मंत्री गडकरी ने कहा कि दिल्ली से लौटने के बाद वे स्कूल मैनेजमेंट और पेरेंट्स के बीच मध्यस्थता करके इस समस्या को दूर करेंगे. उन्होंने कहा कि जल्द ही इस पर पालकों को राहत मिलेगी. पालकों ने कहा कि जहां राज्य सरकार पेरेंट्स का साथ नहीं दे रही है, वहीं केंद्रीय मंत्री गडकरी ने पेरेंट्स को आज एक बड़ी राहत दी है. इस मुलाकात के दौरान भारतीय अभिभावक संघ के संयोजक अभिषेक जैन, आरटीई एक्शन कमेटी के चेयरमैन मो. शाहिद शरीफ़, हितेश अग्रवाल, पंकज गुल्हाने, वेंकट राव, राजेंद्र पटले, रविंद्र अवस्थी, प्रवीण देशमुख, मोनिका खेतान के साथ सिटी के सभी प्राइवेट स्कूलों के पेरेंट्स शामिल थे.