Without Mask fine
प्रतीकात्मक तस्वीर

  • स्टेशन में भी एक्शन शुरू

Loading

नागपुर. कोरोना प्रादुर्भाव को देखते हुए अब स्टेशन परिसर में भी बिना मास्क घूमना यात्रियों पर भारी पड़ सकता है. मंगलवार से लापरवाह यात्रियों को सबक सिखाने के लिए मास्क पहने नजर न आने पर जुर्माना की कार्रवाई शुरू कर दी गई. जानकारी के अनुसार पहले दिन 20 यात्रियों से कुल 10,000 रुपये का जुर्माना वसूला गया.

उल्लेखनीय है कि रेलवे ने स्टेशन में प्रवेश करने और ट्रेन में सवार होने के बाद भी मास्क की अनिवार्यता तय कर रखी है. लेकिन यात्री इस नियम की केवल खानापूर्ति करते नजर आ रहे थे. वे केवल प्रवेश के समय मास्क पहने रहते थे. एक बार प्लेटफार्म पर प्रवेश कर लिया तो फिर मास्क के प्रति उनकी लापरवाही साफ नजर आती थी.

रेलवे-मनपा का संयुक्त अभियान

ज्ञात हो कि रेलवे स्टेशन केन्द्र सरकार के अधीन आता है. ऐसे में महानगरपालिका की टीम स्टेशन परिसर में बिना मास्क वाले लोगों पर सीधे कार्रवाई नहीं कर सकती थी. स्टेशन के भीतर यात्रियों की लापरवाही सामने आने के बाद रेलवे और मनपा द्वारा संयुक्त रूप से एक्शन शुरू किया गया. इसमें रेलवे सुरक्षा बल और कर्मिशियल विभाग की टीमें भी एनडीएस दस्ते के साथ स्टेशन के भीतर और परिसर में घूमकर कार्रवाई कर रही हैं.

CCTV कैमरों से रखी जा रही नजर

इसी के तहत अब आरपीएफ थाने से सीसीटीवी कैमरों से भी ऐसे यात्रियों पर नजर रखी जा रही है जो अपने मुंह और नाक पर मास्क पहने नजर नहीं आते. गश्त पर मौजूद आरपीएफ की 2 टीमों को तुरंत सूचित कर यात्री पर 500 रुपये पेनल्टी ठोकी जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार आने वाले समय में मास्क के प्रति गंभीरता बढ़ाने के लिए कार्रवाई का दायरा भी बढ़ाया जाएगा. पहले दिन केवल प्लेटफार्म पर मौजूद यात्रियों पर कार्रवाई की गई. लेकिन आने वाले समय में स्टेशन परिसर में भी बिना मास्क लगाए मिलने पर चालान ठोका जायेगा.

ट्रेनों में भी चले स्पेशल ऑपरेशन

कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश को परेशान कर दिया है. मास्क को कोरोना से बचाव को प्रमुख हथियार बताया है लेकिन स्टेशनों की तरह ट्रेनों में भी यात्री खुलकर लापरवाही बरतते दिखाई दे रहे हैं. किसी ने मास्क ही नहीं पहना है तो किसी ने इसे मुंह से नीचे कर रखा है. कोई केवल अपने एक कान पर मास्क झुलाते हुए नजर आता है तो कोई केवल गले में लपेटे हुए दिखता है. चूंकि अब रेलवे पर दोबारा लॉकडाउन नहीं लगाया जा सकता इसलिए बचाव ही आखिरी उपाय है. ऐसे में रेलवे को ट्रेनों में भी बिना मास्क वाले यात्रियों पर एक्शन शुरू करना चाहिए ताकि कोरोना के बचाव के इस उपाय के प्रति लोग सतर्क रहें.