नागपुर. एमआईडीसी थाना क्षेत्र में सोमवार देर रात सनसनीखेज वारदात हुई. अज्ञात आरोपी ने एक पुलिसकर्मी के घर पर आग लगाकर परिवार को जिंदा जलाने का प्रयास किया. समय रहते रिश्तेदार और पड़ोसियों ने मिलकर आग बुझा दी, वरना बड़ा हादसा हो सकता था. पुलिस ने ज्ञानदीप कॉलोनी, सप्तकनगर निवासी पूनम राहुल चव्हाण (29) की शिकायत पर मामला दर्ज किया है. राहुल शहर पुलिस मुख्यालय में कांस्टेबल पद पर कार्यरत हैं. पिछले कुछ समय से उनकी ड्यूटी वानाडोंगरी के आईटीआई में बने कोविड केयर सेंटर में लगी थी. सोमवार की रात राहुल भोजन करके काम पर चले गए. उनकी पत्नी पूनम भी भोजन करने के बाद बेटे राघव (6) और केशव (3) को साथ लेकर सोने चली गई.
मिट्टी तेल डालकर लगाई आग
देर रात अज्ञात आरोपी ने घर के दरवाजों पर मिट्टी का तेल और उससे भीगे कपड़े डालकर आग लगा दी. 2.30 बजे के दौरान घर के अंदर धुआं फैलने लगा. श्वांस लेने में तकलीफ होने के कारण पूनम की नींद खुली. घर में धुआं फैलता जा रहा था. पूनम दोनों बेटों को लेकर बाथरूम में चली गईं. घर के दोनों दरवाजे जल रहे थे. उन्होंने राहुल और पड़ोस में रहने वाले मामा नामदेव राठौड़ को फोन किया. नामदेव तुरंत मदद के लिए दौड़ गए. आस-पड़ोस के लोगों को भी जगाया. पानी डालकर आग बुझाई गई लेकिन तब तक पूरे घर में धुआं फैल चुका था. किसी तरह पूनम दोनों बच्चों को लेकर बाहर निकलीं. राहुल भी घर पहुंचे और घटना की जानकारी पुलिस को दी.
CCTV फुटेज की हो रही जांच
खबर मिलते ही पीआई युवराज हांडे और एपीआई शशिकांत मुसले अपने दल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. पंचनामा कर पूनम की शिकायत पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का प्रयास सहित विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया. घर में आग किसने और क्यों लगाई यह पता नहीं चल पाया है. राहुल का कहना है कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है. लेकिन जिस तरह से घर पर आग लगाई गई उससे लगता है कि किसी ने योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम दिया. पुलिस ने घर के दरवाजे से कपड़ों की चिंदी जब्त की है. आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है. अब तक कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है.