RTPCR test fee fixed at Rs 1600 in private laboratories
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    नागपुर. कोरोना महामारी की दूसरी लहर भले ही कुछ कमजोर पड़ी हों लेकिन विशेषज्ञों की राय के अनुसार तीसरी लहर अधिक घातक होने की संभावना जताई गई है. यहीं कारण है कि दूसरी लहर ठंडी पड़ने के बाद भी प्रशासन ने इस चुनौती को स्वीकार कर तीसरी लहर से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है.

    इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मनपा की ओर से केंद्रों में कोरोना टेस्ट तो कराए जा रहे हैं साथ ही अब अनलॉक होने के बाद लगनेवाले बाजारों में भी दूकानदारों और अन्य के कोरोना टेस्ट कराए जा रहे हैं. बुधवार को नेहरूनगर जोन अंतर्गत डॉ. प्रीति झरारिया और जगदीश उपाध्याय के नेतृत्व में स्वास्थ्य टीम ने केडीके कॉलेज के पास के व्यंकटेशनगर बाजार में अभियान शुरू किया. जिसमें कई दूकानदारों का टेस्ट कराया गया.

    टेस्ट कराने से कतरा रहे लोग

    बताया जाता है कि भले ही जोनल स्तर पर स्वास्थ्य टीमों ने कोरोना टेस्ट कराने के लिए बाजारों का रुख किया हो लेकिन अधिकांश व्यापारी और प्रतिष्ठानों में काम करनेवाले कर्मचारी टेस्ट कराने से कतरा रहे हैं. जबकि शहर में अधिक से अधिक कोरोना टेस्ट कराने का लक्ष्य रखा गया है. प्रशासन का मानना है कि वैक्सीनेशन और सभी का कोरोना टेस्ट कराने से पॉजिटिविटी रेट भी 5 प्रतिशत से कम ही रहेगी.

    जिसका लोगों को ही फायदा होगा. यदि कोरोना की तीसरी लहर से बचना हो तो इस तरह के तमाम उपायों को अभी से करना होगा. चूंकि अब कोरोना की त्रासदी कम हुई है अत: इस तरह के अभियान के लिए पर्याप्त समय है. जिसमें अधिक टेस्ट कराए जा सकते हैं.

    नियमों का कड़ाई से करें पालन

    मनपा की ओर से बताया गया कि राज्य सरकार ने पॉजिटिविटी दर और ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता के अनुसार जिलों को 5 स्तर में विभाजित किया है. पहले स्तर के जिलों की सूची में नागपुर शामिल होने से राहत मिली है. लेकिन लोगों को सतर्क रहना होगा. लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग,सैनिटाइजर और मास्क जैसे त्रिसूत्र का पालन करना बंधनकारक है. इसे नजर अंदाज करना भारी पड़ सकता है. इन नियमों का कड़ाई से पालन करने की अपील प्रशासन ने की.