Sports Ground
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नागपुर. कोरोना संक्रमणकाल के बीच 1 जून से शुरू हुई अनलॉक प्रक्रिया के तहत अभी तक लगभग पूरा देश खुल चुका है और सभी प्रकार की गतिविधियां भी शुरू हो गई है. केन्द्र सरकार के आदेश के बावजूद महाराष्ट्र में अभी तक खेल गतिविधियों पर रोक लगाई गई थी. बाद में राज्य सरकार ने यह फैसला महानगर पालिकाओं और स्थानीय प्रशासन को सौंप दिया. नागपुर में भी अनेक खेल संगठनों ने बार-बार स्थानीय प्रशासन से इंडोर और आउटडोर खेल शुरू करने की अनुमति मांगी. लेकिन प्रशासन टस से मस नहीं हुआ.

दूसरी तरफ मंगलवार को पुणे महानगर पालिका ने कुछ दिशानिर्देशों के बाद सभी प्रकार के इंडोर और आउटडोर खेल शुरू करने का आदेश जारी कर दिया. आदेश में कहा किया है कि सुरक्षित अंतर वाले मैदान खेल जैसे क्रिकेट, खो-खो तथा बैडमिंटन, लॉन टेनिस आदि इंडोर खेल ही शुरू किये जा सकते हैं. अब सवाल यह है कि जब पुणे में खेल गतिविधियां शुरू हो गई हैं तो नागपुर में मैदान कब खुलेंगे.

एक बार फिर पिछड़े आरेंज सिटीवासी
शहर के खेल जगत से जुड़े लोगों की मानें तो नागपुर में स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को खेलों में ना तो रुचि है और ना वे इसका महत्व जानते हैं. कोरोना से लड़ने के लिए शारीरिक मजबूती और आंतरिक रूप से रोग प्रतिरोधक क्षमता के साथ ही मानसिक रूप से संबल की जरूरत होती है.

खास बात है कि शरीर की ये तीनों जरूरतें खेलों से पूरी हो सकती है. शायद चंडीगढ, हैदराबाद और अब पुणे वालों ने यह बात समझ ली लेकिन नागपुर की महानगर पालिका और स्थानीय प्रशासन खेलों को जरूरी नहीं समझते. उल्लेखनीय है कि चंडीगढ़ में सबसे पहले मई माह से खेल गतिविधियां शुरू किया जा चुका है. इसके बाद हैदराबाद में भी बैडमिंटन समेत अन्य खेल पहले ही शुरू किये जा चुके है. 

इस प्रकार है खेलों के लिए जारी गाइडलाइन्स

  • भीड़ टाली जाये और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन हो
  •  मास्क और सैनेटाइजर का उपयोग अनिवार्य हो
  •  10 वर्ष से कम आयु के बच्चे व 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को प्रवेश ना दिया जाये
  • खेल स्थल पर प्रवेश से पहले सभी की थर्मल स्क्रीनिंग हो.
  • इंडोर स्टेडियम में एसी का उपयोग टाला जाये.
  •  हो सके तो हाई इफिशियंसी एयर क्लीनर स्थापित कराये.
  • मैदान और इंडोर हॉल को बार-बार सैनेटाइज किया जाये.
  • प्रवेश द्वार पर ही हैंड सैनेटाइज उपलब्ध कराये.
  •  कर्मचारियों को मास्क, ग्ल्व्ज, फेसशिल्ड जैसे कोरोना सुरक्षा उपकरण अनिवार्य हो.
  • हर खिलाड़ी का नाम, मोबाइल नंबर, पता आदि का रिकार्ड रखा जाये.
  •  खिलाड़ी से स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एनओसी लिया जाये.