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  • 2 पीड़ितों के खाते में लौटी लाखों रुपये की रकम

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नागपुर. साइबर फ्राड का शिकार हुए 2 लोगों ने साइबर पुलिस ठगी की शिकायत की. मामला दर्ज करके आरोपी को ढूंढने में तो काफी समय चला जाता, लेकिन साइबर पुलिस ने क्विक एक्शन लेते हुए बैंकों से संपर्क किया. धोखेबाजी से खातों में ट्रांसफर की गई लाखों की रकम वापस पीड़ितों के खाते में जमा हो गई. दोनों ने पुलिस का आभार माना और पुष्पगुच्छ देकर सत्कार किया. एक पीड़िता हैं मानकापुर निवासी वासुमित्र मिश्रा और दूसरे कलमना निवासी विनोद हेमनानी.

मिश्रा खुद साइंटिस्ट हैं और बेटा इंजीनियर. हेमनानी ड्राई फ्रूट और मसालों का व्याहार करते हैं. उन्हें अपने घर के टीवी में सोनी लिव का सब्सक्रिप्शन लेना था. उन्होंने टोल फ्री नंबर पर कॉल किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. कुछ देर बाद दूसरे नंबर से उन्हें फोन आया. परेशानी पूछी गई. फोन करने वाले ने उन्हें केनीडेट एप्लिकेशन डाउनलोड करके 5 रुपये का पेमेंट करने को कहा. आरोपी ने उन्हें विश्वास में लेकर ओटीपी मांगा. कुछ मिनटों में ही खाते से 1.32 लाख रुपये ट्रांसफर हो गए. कुछ दोस्तों को इसकी जानकारी दी.

उन्होंने पुलिस से शिकायत करने पर भी कोई फायदा न होने की बात कही, लेकिन एक पुलिस अफसर मित्र ने उन्हें शिकायत करने की सलाह दी. शिकायत मिलते ही इंस्पेक्टर अशोक बागुल ने अपनी टीम को काम पर लगा दिया. उन्होंने फ्लिपकार्ट वैलेट के अधिकारियों से संपर्क किया. कांस्टेबल कुणाल हटेवार ने नोडल ऑफिसर से पत्रव्यवहार किया और मिश्रा के खाते में पूरी रकम वापस आ गई. 

बैंक की लापरवाही और गए 26.50 लाख

दूसरी ठगी व्यापारी विनोद हेमनानी के साथ हुई. उनका आईसीआईसीआई बैंक में खाता है. अज्ञात आरोपी ने उनके नाम से फर्जी हस्ताक्षर करके बैंक में रजिस्ट्रर्ड मोबाइल नंबर बदलने के लिए आवेदन दिया. बैंक ने नया मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड कर दिया. उनके खाते से 26.50 लाख रुपये बैंक ऑफ बड़ोदा के खाते में ट्रांसफर हो गए. 3-4 दिनों बाद हेमनानी को इसका पता चला. उन्होंने भी साइबर सेल से शिकायत की. बागुल के मार्गदर्शन में कांस्टेबल अजय पवार ने बैंकों के नोडल ऑफिसर को ईमेल किया.

बागुल ने दोनों बैंकों के अधिकारियों से बात कर उन्हें ट्रांसफर की हुई रकम फ्रीज करके वापस खाते में जमा करने के निर्देश दिए. लगातार बैंकों से संपर्क बनाए रखा और खाते में सारी रकम वापस आ गई. मंगलवार को हेमनानी और मिश्रा ने डीआईजी क्राइम सुनील फुलारी और जांच टीम को पुष्पगुच्छ देकर आभार माना.