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  • स्वास्थ्य मंत्री टोपे को शिवसेना कार्यकर्ता ने सौंपा ज्ञापन

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नागपुर. शिवसेना कार्यकर्ता सिद्धू कोमजवार की ओर से शुक्रवार को राज्य के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री को एक ज्ञापन सौंपा गया. इसमें रामटेक लोकसभा क्षेत्र के 11 अस्पताल और 49 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को कोविड सेंटर के रूप में शुरू करने को कहा गया है जिसमें ग्रामीण मरीजों का इलाज हो सके और उन्हें यहां-वहां भटकना नहीं पड़ेगा.

उपचार के बिना देखभाल नहीं की जाएगी और प्रशासन पर तनाव भी कम होगा. इसके अलावा करोड़ों की लागत से बनी इमारतें भी ऐसी मुश्किल परिस्थिति में काम आएंगी. वहीं जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर, दवाई, सुविधा आदि की कमी का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है.

निजी अस्पतालों में मची है लूट
स्थानीय डॉक्टर द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में उपचार की कमी के कारण मरीजों को शहरी क्षेत्रों में रेफर करते हैं. शहरी क्षेत्रों के निजी अस्पतालों में लूट मची हुई है. इन अस्पतालों में 2 लाख रुपए जमा किए बिना मरीजों की भर्ती नहीं किया जाता है. इससे स्पष्ट होता है कि निजी अस्पताल सरकारी नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं.

इसमें क्योर ईट, वंजारी, वॉकहार्ट, सेवन स्टार जैसे कई निजी अस्पताल शामिल हैं. इस पर किसी का नियंत्रण नहीं है. ऐसे में सवाल उठता है कि ग्रामीण इलाकों में मरीजों के परिजन इतने पैसे कहां से लाएंगे. इसलिए ग्रामीण अस्पतालों में इलाज के उपाए किए जाने से मरीजों को शहर लाने- ले जाने का समय बचेगा और इससे उनकी जान को बचया जा सकता है.

ज्ञापन सौंपते समय शिवसेना की ओर से सिद्धू कोमजवार, राजेश वाघमारे, आशिष देशमुख, हिमांशु ठाकरे, प्रविण देशमुख, अक्षय वाकडे, दीपक पोहनकर, कार्तिक नारनवरे, विनोद शाहु, सुरेश कदम, शंकर बेलखोडे, जीतू गभणे, मोहन शनेश्वर, अजय गायकवाड़ व अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे.