नागपुर. प्रापर्टी डीलिंग की आड़ में धोखाधड़ी का रैकेट चलाने वाला मंगेश कड़व अब अपनी ही करनी के कारण जाल में फंसता जा रहा है. अपने हर व्यवहार की एंट्री वह कागजों पर करके रखता था. इसीलिए अब उसका पूरा कच्चा-चिट्ठा बाहर आ रहा है. पुलिस ने उसके घर और कार्यालय में छापा मारकर बड़े पैमाने पर दस्तावेज जब्त किए थे. जिन लोगों के साथ उसने प्रापर्टी के सौदे किए थे. उन सभी को पुलिस ने सूचनापत्र देकर कार्यालय बुलाया. अब तक 12 लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके है.
इसमें पता चला कि मंगेश बयाना राशी देकर स्टैंपपेपर में कच्चा करारनामा करके प्रापर्टई अटका लेता था. बेचने वाले को महज 50,000 रुपये देता था, लेकिन धोखे से स्टैंपपेपर में मोटी रकम लिख लेता था. बेचने वाले को दस्तावेज नहीं मिलते थे. रजिस्ट्री के समय विवाद कर लोगों को धमकाता था. ऐसे कुछ मामले सामने आए है. कड़व अवैध तरीके से साहूकारी का भी काम कर रहा था. इसी तरह उसने रामदासपेठ के व्यापारी को भी चूना लगाया. 10 लाख रुपये ब्याज पर उधार देकर 24 लाख रुपये की गाड़ी गिरवी रख ली.
अवैध तरीके से वसूली भी की और गाड़ी अपने नाम पर करवा ली. व्यापारी से ब्याज की रकम तो ली. उलटा बैंक में गाड़ी गिरवी रखकर कर्ज ले लिया. उसके 15.23 लाख रुपये भी व्यापारी से भरवाए. बुरी तरह फंसे व्यापारी ने मामले की शिकायत पुलिस से की और बजाजनगर में कड़व के खिलाफ सातवां मामला दर्ज हुआ.
मुंबई के व्यापारी ने की शिकायत
बताया जाता है कि केवल नागपुर ही नहीं बल्कि मुंबई में भी कड़व ने कई लोगों को काम करवाने के नाम पर लाखों रुपयों की चपत लगाई है. एक महिला से सिनेमा हॉल का लाइसेन्स रिन्यू करवाने के लिए कड़व ने 30 लाख रुपये लिए थे. उसका काम भी नहीं किया और पैसे भी नहीं लौटाए. इसके अलावा मुंबई के एक इंपोर्ट-एक्सपोर्ट व्यापारी के साथ भी ठगी की.
दशरथ नामक व्यापारी ने बुधवार को पुलिस से संपर्क किया. दशरथ ने बताया कि उनके दस्तावेजों का काम करवाने के लिए कड़व ने 1 वर्ष पहले 16 लाख रुपये लिए थे. काम भी नहीं किया और रकम भी नहीं लौटाई. जल्द ही दशरथ नागपुर आकर कड़व के खिलाफ शिकायत करेंगे.