Pintu Zalke

  • नगर रचना विभाग के अधिकारी के कारण अटकी सड़क

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नागपुर. म्हालगी नगर गजानन मंदिर से नरसाला तक की सड़क निर्माण को लेकर विधायक प्रवीण दटके और नगर रचना उपसंचालक प्रमोद गावंडे के बीच हुए विवाद को शांत करने के लिए भले ही महापौर संदीप जोशी ने भी माफी मांगते हुए विकास की ओर अग्रेसर होने की अपील की हो, लेकिन सत्तापक्ष के पार्षद रूकने का नाम नहीं ले रहे है. इसका उद्हारण उस समय देखने को मिला, जब पत्र परिषद में स्थायी समिति सभापति पींटू झलके ने अधिकारी पर ही पलटवार करते हुए सड़क का काम लंबित होने के लिए दोषी करार दिया. पत्र परिषद में भाजपा के पार्षद स्वीति आखतकर, भगवान मेंढे, नागेश सहारे, रूपाली ठाकुर, पूर्व स्थायी समिति सभापति प्रदीप पोहाने उपस्थित थे.

तत्कालीन अधिकारी को निलंबित करें
स्थायी समिति सभापति झलके ने कहा कि लोगों के लिए महत्वपूर्ण न्यू नरसाला की इस सड़क का काम नगर रचना विभाग के अधिकारियों के कारण ही अटका हुआ है. डीपी रोड होने के बावजूद प्लाट को मंजूरी प्रदान की गई. जिससे मंजूरी प्रदान करनेवाले तत्कालीन अधिकारी को निलंबित करने की मांग भी उन्होंने की. विधायक दटके द्वारा अधिकारी को अपशब्द बोले जाने के मामले में उन्होंने कहा कि अधिकारी यदि सुनते नहीं हो, तो जनप्रतिनिधि ने क्या करना चाहिए. विशेषत: 18 मीटर डीपी रोड का निर्माण राज्य सरकार के सार्वजनिक निर्माणकार्य विभाग की ओर से किया जा रहा है. सड़क का काम अटकने के कारण लोगों का पार्षदों पर दबाव पड़ रहा है. प्रशासन से कई बार शिकायत करने के बावजूद इसे गंभीरता से नहीं लिया गया है.

सड़क की चौड़ाई को लेकर विवाद
झलके ने कहा कि इसी सड़क पर अजय डोर्लीकर का प्लाट नंबर 151 है. जिसके सामने की चौड़ाई केवल 12 मीटर की होने का दावा प्लाटधारक की ओर से किया जा रहा है. चौड़ाईकरण को लेकर विवाद होने से पार्षद ने नगर रचना विभाग के सहायक संचालक प्रमोद गावंडे को सूचना दी थी. लेकिन उनकी ओर से इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है. पार्षद और विधायक यदि किसी प्रकल्प का फालोअप ले रहे हो और अधिकारी सुनते नहीं हो, तो खिंचाई के अलावा दूसरा विकल्प ही नहीं रहता है. उन्होंने कहा कि ढाई किलोमीटर की सड़क का काम अटका होने से लोगों में रोष है. पार्षद आखतकर ने कहा कि सोमवार को इस मामले को लेकर हुए गहरे विवाद के बाद कम से कम अधिकारी द्वारा मंगलवार को घटनास्थल पर भेंट देनी चाहिए थी. लेकिन अबतक यहां का दौरा नहीं किया गया. जिससे सड़क का निर्माण पूरा होगा या  नहीं?. इसे लेकर प्रश्नचिन्ह खड़ा है.