Corona Death
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    • 1,972  जून महीने में अब तक मिले पॉजिटिव 
    • 80 पॉजिटिव बुधवार को मिले 
    • 03 की हुई मौत 

    नागपुर. इस माह कोरोना वाइरस कमजोर पड़ता नजर आ रहा है. अप्रैल और मई में जो मौतों सहित संक्रमितों का ग्राफ बढ़ा था, अब कम होने लगा है. 1 से लेकर 16 जून बुधवार तक जिले में कोरोना से 111 लोगों की मौत हो गई. वहीं 1,972 लोग संक्रमित हो गये. डॉक्टरों की मानें तो महीनेभर इसी तरह सिलसिला जारी रहेगा, लेकिन कोरोना पर पूरी तरह अंकुश की गुंजाइश कम है. यही वजह है कि सावधानी और सतर्कता अब भी जरूरी है.

    कोरोना की वजह से कई परिवारों में मातम पसरा हुआ है. लोग अब भी महामारी के दंश से उबर नहीं पाये है.अपने को गंवाने वालों के लिए स्थिति अब भी मायूसी भरी है. कई बच्चों से उनके माता-पिता का साथ छूट गया. वहीं कई घरों से बुजुर्ग निकल गये. हालांकि अब वाइरस की तीव्रता कम जरूर हुई है लेकिन डॉक्टरों की मानें तो बीमारी पूरी तरह से खत्म होने में अभी और वक्त लगेगा.

    इस बीच बारिश के साथ ही बच्चों में इंफेक्शन का भी खतरा बढ़ने की संभावना प्रबल हो गई है. डायरिया, टाइफाइड और डेंगू के साथ ही बच्चों में कोविड के लक्षण भी दिखाई दे रहे हैं. 

    18 प्लस को वैक्सीन में देरी बन सकती है मुसीबत 

    डॉक्टरों की मानें तो अब जिन परिवारों में बच्चे हैं, उनके परिजनों को वैक्सीन लगाने के काम को गति दी जानी चाहिए. जबकि स्थिति विपरीत बनी हुई है. अब तक 18 प्लस वालों का वैक्सीनेशन शुरू नहीं हुआ है. कुछ निजी अस्पतालों में वैक्सीन दी जा रही है लेकिन यह सभी लोगों के लिए संभव नहीं है. कई केंद्रों पर सेकंड डोज ही चल रहा है. वहीं फर्स्ट डोज नहीं दिये जा रहे हैं. अब तो स्थिति यह है कि सेकंड डोज वाले भी कम हो गये हैं.

    इसके बावजूद प्रशासन द्वारा 18 से 45 वर्ष आयु वालों को वैक्सीन नहीं दी जा रही है. जबकि 12 वर्ष आयु वाले परिवारों में माता-पिता की उम्र 45 वर्ष तक है. इस हालत में बच्चों में संक्रमण फैलने से इनकार नहीं किया जा सकता है. दरअसल, प्रशासन द्वारा सभी तरह की तैयारियां तो की जा रही है, इस ओर जरा भी गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है. इस बीच बुधवार को 80 नये पॉजिटिव मरीज मिले. वहीं 3 मरीजों की मौत हो गई. 

     ब्लैक फंगस के 21 नये मरीज 

     ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है. साथ ही बड़ी संख्या में मरीज भी डिस्चार्ज हो रहे हैं. बुधवार को जिले में 21 नए मरीज मिले. इसके साथ ही 28 मरीज डिस्चार्ज हुए. राहत की बात यह रही कि बुधवार को इससे किसी मरीज की मौत नहीं हुई. जिले में अब तक कुल 1,439 मरीज पाये गये हैं जिनमें से 131 मरीजों की मौत हुई और 861 डिस्चार्ज हुए. वर्तमान में 447 मरीजों का इलाज जिले में चल रहा है. इनमें से 267 मरीज सरकारी और 180 मरीज निजी अस्पताल में भर्ती हैं.