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  • अवैध वसूली के मामले में गए थे जेल

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नागपुर. मानकापुर थाने में दर्ज अवैध वसूली और लूटपाट के मामले में गिरफ्तार किया गया अपराधी संजय फातोड़े और उसके बेटे रजत फातोड़े को न्यायालय से जमानत मिल गई है. विकास शर्मा की शिकायत पर मानकापुर पुलिस थाने में संजय और रजत के खिलाफ विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. प्रकरण की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है. विकास ने फातोड़े से 50,000 रुपये उधार लिए थे, जिसपर वह 30 प्रश ब्याज वसूल रहा था.

विकास ने कुछ रकम लौटाई और लॉकडाउन के चलते उनकी सलून की दूकान बंद हो गई. रकम न दे पाने के कारण संजय और रजत ने विकास को धमकाना शुरु कर दिया. दूकान में घुसकर फर्निचर जबरन उठा ले गए और जान से मारने की धमकी दी. विकास से कोरे कागज और चेक पर हस्ताक्षर लिए गए.

पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया और पुलिस हिरासत के बाद उन्हें जेल भेजा गया. बचावपक्ष के अधिवक्ता कमल सतुजा, कैलाश डोडानी, उमाशंकर अग्रवाल और कुमार मेघनानी ने न्यायालय में जमानत अर्जी दायर की. इस मामले को फर्जी बताते हुए बचावपक्ष ने फातोड़े के पास साहूकारी लाइसेन्स होने की जानकारी दी.

उन्होंने न्यायालय को बताया कि विकास ने ब्याज पर ली गई रकम का 1 पैसा भी नहीं लौटाया. रुपये मांगने पर फर्जी मामले में फंसा दिया. वैसे भी एफआईआर करने में 2 महीने की देरी हुई जो प्रकरण पर संदेह उतपन्न करता है.

जांच अधिकारी और सरकारी वकील ने जमानत का विरोध किया. न्यायालय को बताया कि फातोड़े चर्चित अपराधी है. उसके खिलाफ कई मामले दर्ज है. जमानत मिलने से जांच प्रभावित हो सकती है. दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद न्यायालय ने संजय और रजत फातोड़े को जमानत मंजूर की.