DRM Building, Coronavirus

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नागपुर. दक्षिण पूर्व मध्य रेल नागपुर मंडल द्वारा संचालित कंट्रोल रूम में शुक्रवार को 12 और रेलकर्मी कोरोना पाजिटिव मिलने से मंडल प्रशासन की नींद उड़ी हुई है. खास बात है कि इनमें से किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे थे. मंडल प्रबंधक कार्यालय और कंट्रोल रूम बिल्डिंग समेत कुल 19 रेलकर्मी अभी तक कोरोना का शिकार हो चुके हैं. हालांकि इनमें से किसी भी हालत गंभीर नहीं है लेकिन मंडल प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं. इसी बीच एसईसीआर कंट्रोल रूम के हाल देखते हुए सेंट्रल रेलवे नागपुर डिवीजन ने अगले 48 घंटों में अपना कंट्रोल रूम को गुंजन सभागृह में शिफ्ट करने की तैयारी शुरू कर दी.

लापरवाही या मजबूरी
ट्रेनों की आवाजाही को सूचारू और सुरक्षित रखने के लिए कंट्रोल रूम में 24 घंटे काम चलता है. कंट्रोल रूम की 6 की ड्यूटी में रेलकर्मी अपनी सीट से उठ भी नहीं सकता. ड्यूटी समाप्त होते ही दूसरा रेलकर्मी अगले 6 घंटे के लिए वहीं सीट पकड़ लेता है. ऐसे में कंट्रोल रूम को अच्छे से सैनेटाइज करना बहुत जरूरी है. वहीं, डीआरएम आफिस में एक कोरोना मरीज मिलने इमारत सील करके तीनों मंजिलों को सैनेटाइज किया जा रहा है. दूसरी तरफ, कंट्रोल रूम में कोरोना ब्लास्ट होने के बावजूद भी इस बिल्डिंग को सील करना संभव नहीं हो पा रहा है. 

30 की रिपोर्ट आना बाकी
अपर मंडल रेल प्रबंधक एच. राठौड़ ने बताया कि कंट्रोल आफिस के सभी रेलकर्मियों की कोरोना जांच जारी है. शुक्रवार को 12 रेलकर्मी पाजिटिव पाये गये हैं. अभी 30 रेलकर्मियों की रिपोर्ट आनी बाकी है. हमारा प्रयास है कि रेल यातायात सूचारू रहे इसलिए पर्यायी व्यवस्था पर भी ध्यान दिया जा रहा है.