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  • घरों में मोबाइल लेकर बैठे स्टूडेंट्स, पहनी यूनिफार्म

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नागपुर. सोमवार से सिटी के स्कूल वापस खुल गए हैं. लेकिन स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई नहीं होगी. पढ़ाई केवल ऑनलाइन ही चलेगी. जिसमें छात्रों को घर में रहकर ही ऑनलाइन पढ़ाई करनी होगी. सोमवार को सिटी के स्टूडेंट्स यूनिफार्म पहनकर घर में ही ऑनलाइन क्लास में शामिल हुए. कोरोना के कारण पिछले कई महीनों से स्कूलें बंद है. ऐसे में घर पर ही बच्चों की ऑनलाइन क्लास चल रही हैं. लेकिन छोटी कक्षा के विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई ज्यादा रास नहीं आ रही. उनकी मानें तो वे अब घर में बैठे-बैठे बोर हो रहे हैं.

पैरेंट्स की मानें तो घर में बैठकर बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता. वे क्लास में बोरिंग महसूस करते हैं. वहीं कुछ परिजनों का कहना हैं कि बच्चे घर में मोबाइल, टीवी का उपयोग ज्यादा करने लगे हैं. जिससे उनकी आंखें खराब होने का डर रहता हैं और टोकते हैं तो वे गुस्सा करने लगे हैं. सोमवार से स्कूलों की पढ़ाई फिर ऑनलाइन शुरू हई है. ऐसे में पैरेंट्स बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करने के लिए काफी मेहनत कर रहे हैं. 

टीचर्स ने कहा वेलकम

सोमवार से शुरू हुई ऑनलाइन क्लास में टीचर्स ने पहले दिन सभी स्टूडेंट्स को वेलकम कहा और सबका इंट्रोडक्शन कराया. वहीं इसके बाद बेसिक पर छात्रों से चर्चा की गई. वहीं बताया जा रहा है कि अभी ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर छात्रों में कोई खास दिलचस्पी भी नहीं दिख रही है. लेकिन जब तक कोरोना की स्थिति सामान्य नहीं हो जाती फिलहाल छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई ही करनी होगी.    

फिलहाल इसी पैटर्न पर पढ़ाई

सोमवार से स्कूल खुले हैं लेकिन कोरोना की तीसरी लहर बच्चों को अपने संक्रमण की चपेट में न ले सके इसलिए सरकार ने फिलहाल बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई ही जारी रखने का निर्णय लिया हैं. हालात कोरोना से सामान्य होने के बाद ही स्कूलों में बच्चों का फिर से शोर सुनाई दे सकेगी. बच्चों को जब तक घरों में रहकर ही ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखनी होगी.

थका देती है ऑनलाइन पढ़ाई 

सदर निवासी रजनीश पाठक ने बताया कि स्कूल में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हो गई. रोजाना होने वाली ऑनलाइन पढ़ाई बच्चों को थका देती है. छात्र इतना थक जाते हैं कि उन्हें नींद आने लगती है. कुछ ऐसी ही दिनचर्या चल रही हैं. लेकिन इसके अलावा कोई ऑप्शन भी नहीं है. कोरोना के चलते वर्तमान में जो हालात हैं उसमें स्कूल बच्चों को भेज नहीं सकते. लेकिन बच्चें अब घर में रहकर उनके अंदर चिड़चिड़ापन भी आ गया है.