- ऑल इंडिया कंट्रोलर्स एसोसिएशन ने कहा
नागपुर. दक्षिण पूर्व मध्य रेल नागपुर मंडल के कंट्रोल रूम में ड्यूटी कर रहे रेलकर्मियों के लगातार कोरोना पाजिटिव पाये जाने से यहां खौफ का माहौल है. हाल यह है कि आल इंडिया कंट्रोलर्स एसोसिएशन की मंडल शाखा ने कंट्रोल रूम को डेथ चैम्बर तक कह दिया. मंडल रेल प्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय को लिखे शिकायत पत्र पर 23 रेलकर्मियों ने हस्ताक्षर किये और अपनी बात कही. पत्र में कहा गया है कि कोरोना के बढ़ते प्रभाव के कारण कंट्रोल आफिस में बेहद डर फैला हुआ है और रेलकर्मी विषम स्थिति में काम कर रहे हैं. ऐसे में रेलकर्मियों के परिवार वालों पर भी कोरोना का खतरा मंडराने लगा है.
सिलसिलेवार दी जानकारी
शिकायत पत्र में एसोसिएशन की ओर डीआरएम बंदोपाध्याय को कंट्रोल रूम में पाये गये पाजिटिव रेलकर्मियों की सिलसिलेवार तरीके से जानकारी दी गई. पत्र में बताया कि 31 जुलाई को इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी पाजिटिव पाये जाने पर भी यह जगह सील नहीं की गई. उनके सहायक को तेज बुखार आने पर भी कोरोना जांच के लिए नहीं भेजा गया. 1 अगस्त को सीएंडडब्ल्यू विभाग के रेलकर्मी संशयित रहे. इससे पहले 28 जुलाई को कोचिंग कंट्रोल के कर्मचारी को तेज बुखार आया और अब वे 10 दिनों की छुट्टी पर हैं लेकिन अब भी उनकी हालत ठीक नहीं है. इसी प्रकार, 4 अगस्त को सीएचसी (गुड्स), 5 अगस्त को चीफ कंट्रोलर (इंचार्ज) और 6 अगस्त को 2 एरिया कंट्रोलर कोरोना पाजिटिव पाये जा चुके हैं.
बीमारों को ना दें नियमित ड्यूटी
पत्र में डीआरएम से मांग भी की गई कि ऐसी स्थिति में जब यहां ड्यूटी पर आ रहे रेलकर्मियों में कोरोना का असर बढ़ता ही जा रहा है, इस कंट्रोल रूम को नई जगह शिफ्ट कर देना चाहिए, जो इस उद्देश्य के लिए तैयार है. वहीं, अगले 48 घंटों में कंट्रोल रूम को पूरी तरह सैनेटाइज करने के अलावा अधिक उम्र और डायबिटिज, हाइपर टेंशन बीमारियों से ग्रसित रेलकर्मियों को नियमित ड्यूटी से राहत देने की देने की मांग की गई. इसके अलावा जहां संभव हो, वहां रेलकर्मियों को घर से काम करने की अनुमति देने को भी कहा गया.