Liquor, Desi Sharab, Nagpur, mankapur

    Loading

    नागपुर. जिले में लॉकडाउन में अब तक शराब दूकानों को खोलने की अनुमति प्रशासन को नहीं दी गई है. लेकिन पीने वालों और बेचने वालों ने इसका भी रास्ता निकाल लिया है. शहर की लगभग सभी शराब दूकानों में ‘शटर बंद’ सेवा शुरू है. बंद शराब की दूकान पर ग्राहक शटर बजाकर बता देता है अपनी डिमांड. इसके बाद शटर के नीचे से लेन-देन पूरा हो जाता है. लॉकडाउन के दौरान जहां व्यापारी और आदमी जरूरत के सामान लेने के लिए लाठी तक खा रहा है, ऐसे में दूकानों में खुलेआम चौक-चौराहों पर शराब बेचने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. शराब का कारोबार करने वाले लोग चोरी छिपे व्यापार भी कर रहे हैं. कोरोना लॉकडाउन के चलते प्रशासन ने जहां शराब दूकानों को बंद कराया है, वहीं दूकान संचालक इन दिनों चोरी-छुपे शराब बेच रहे हैं. खास बात यह है कि दूकानदार आबकारी विभाग द्वारा तय रेट से अधिक दामों पर शराब का क्वार्टर और बोतल बेच रहे हैं. पुलिस कार्रवाई भी नहीं कर रही.

    मानकापुर चौक पर 100 मीटर दूर करते हैं इंतजार

    शराब लेने के लिए किसी को भी अनुशासन सिखाने की जरूरत नहीं. मानकापुर चौक पर शाम के 5.15 बजे देसी शराब दूकान में बारी-बारी लोग पहुंचते हैं. मजेदार बात ये है कि 100 मीटर दूर लोग अनुशासन और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ एक ग्राहक के जाने के बाद दूसरे ग्राहक को जाने देते हैं. आराम से अपनी बारी का इंतजार करते हैं. बंद गेट के अंदर दूकानदार को ब्रांड का नाम बताते हैं. गेट के अंदर पैसा देने के बाद तुरंत अंदर से उनका ऑर्डर पूरा हो जाता है. उसके जाने के बाद दूसरा ग्राहक गेट खटखटाता है. इसी तरह यह क्रम रोज चलता है. 

    सबको पता लेकिन कार्रवाई नहीं

     इस तरह शराब की खुलेआम अवैध बिक्री की जानकारी सभी को है. लेकिन आज तक न तो आबकारी विभाग और न ही पुलिस विभाग ने कभी कार्रवाई करने की जहमत उठाई है. मानकापुर चौक पर शटर के अंदर से बिक रही शराब की जानकारी चौक पर तैनात ट्रैफिक पुलिस के जवान ने दी. हैरानी की बात है कि पुलिस डिपार्टमेंट के स्टाफ को जानकारी होने के बाद भी इसकी जानकारी आला अधिकारियों को नहीं दी गई. और अगर दी भी गई तो इसके बाद भी इतनी आसानी से शराब कैसे बेची जा रही है. 

    तय दाम से अधिक में बेच रहे 

    जिले की लगभग सभी अंग्रेजी और देसी शराब दूकानों पर चोरी-छुपे शराब बेची जा रही है. वहीं दूकानदार आबकारी विभाग द्वारा तय रेट से अधिक दामों पर शराब बेच रहे हैं. इन दिनों दूकानदार 100 रुपए का अंग्रेजी शराब का क्वार्टर 180 रुपए और बोतल 1,500 रुपए में बेच रहे हैं. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में तो प्रतिबंध के बाद भी दूकानें शटर खोलकर भी चलाई जा रही हैं. 

    रिंग रोड पर शाम को लगता है मेला

    दिघोरी चौक से लेकर छत्रपति चौक तक आने वाले रिंग रोड पर मौजूद देसी और अंग्रेजी शराब दूकानों पर भी शाम को भीड़ लगती है. लोग 100 मीटर दूर अपने वाहन और साइकिलों पर इंतजार करते हैं. वहीं पुलिस का वाहन आता देख सामने की ही गली में चले जाते हैं. इस चौक से गुजरने वाले लोग अक्सर इस भीड़ को देखते हैं लेकिन पुलिस द्वारा इस मार्ग पर भी कभी कोई कार्रवाई नहीं की जाती. लोग शराब लेने के लिए घरों से आसानी से निकल रहे हैं. जब कोई व्यक्ति दूकान पर शराब लेने के लिए जाता है तो उसको शटर बजाना पड़ता है, शटर बजने के बाद संबंधित व्यक्ति को शटर के नीचे पहले रुपए डालने पड़ते हैं. उसके बाद दूकानदार शटर के नीचे से ही शराब दे देता है.