काम खत्म करने में ढिलमढिलाई, हाईवे अधिकारी का ध्यान नहीं

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नागपुर. वर्धा रोड के डबल डेकर फ्लाईओवर के खुलने के बाद अब जनता खापरी आरोबी खुलने का इंतजार कर रही है. देरी से ही सही पर आरओबी का 95 फीसदी काम पूरा हो चुका है. वर्तमान में केवल आरओबी का केवल 5 फीसदी ही काम होना बाकी है. इतना से काम जल्द से जल्द निपटाने के बजाए ठेकेदार बचा हुआ काम पूरा करने में ढिलमढिलाई कर रहा है. इसका खामियाजा आम नागरिकों को उठाना पड़ रहा है. पहले ही लेट चल रहे निर्माण कार्य को बेवजह और लेट किया जा रहा है लेकिन राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों को इसकी कोई खबर ही नहीं है. अधिकारी काम खत्म करने को लेकर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे है. 

4 साल के बाद भी अधुरा

वर्धा रोड पर एयरपोर्ट से लेकर चिंचभवन के बीच स्थित खापरी पुराने ओवरब्रिज के पास नये आरओबी का निर्माण हो चुका है. एनएचएआई द्वारा आरओबी निर्माण कार्य का ठेका डीपी जैन एंड कम्पनी इन्फ्रास्ट्रक्चर को दिया गया है. कम्पनी को ठेका 18 जनवरी 2017 को दिया गया था. वर्कआर्डर दिए जाने के बाद 27 महीने में आरओबी को पूरा किया जाना था. कम्पनी को 28 मार्च 2019 तक ब्रिज को तैयार कर एनएचएआई को सौंपना था.

लेकिन हमेशा की तरह अपने कामों में लेटलतीफी के लिए चर्चित एनएचएआई को एक आरोबी बनाने के लिए 4 वर्ष लग गए. बावजूद इसके आरओबी का काम अधुरा पड़ा है. निर्माण कार्य पूरा नहीं होने के कारण एनएचएआई द्वारा पहले 30 नवंबर 2019 तक तिथि बढ़ाई गई. उसके बाद 30 जून 2020 की डेडलाइन दी गई.  ऐसा करते हुए अब तक 4 बार डेडलाइन को एक्सटेंड किया जा चुका है. फिर भी काम अधूरा पड़ा है. 

2 दिन में पूरा हो सकता काम

आरओबी का पूरा काम हो चुका है. दोनों छोर की लैड़िंग बन चुकी है, डामरीकरण, पेटिंग और स्ट्रीट लाइट समेत ड्रेजने का काम पुरा हो चुका है. सिर्फ आरओबी का बिच का हिस्सा का काम पूरा होना बाकी है. आरओबी पर खड़े ठेकेदार के एक कर्मचारी ने बताया कि पुल को जोड़ने वाले गटर लगने के बाद इसपर स्लैब डालने का काम बाकी है.

स्लैब डालने के बाद डामरीकरण और पेटिंग की जाएगी. 2 दिन में यह काम को पूरा किया जा सकता है ऐसा कर्मचारी ने बताया है. जो काम 2 दिन में पूरा किया जा सकता है उसे बेवजह 1 से डेढ महीना लेट किया जा रहा है. एनएचएआई के अधिकारी ने आरओबी को दिवाली के बाद खोलने का दावा किया था, लेकिन ठेकेदार काम पूरा करने के लिए और एक महीना लगाने वाला है ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है. 

खतरनाक हुआ पुराना पुलिया

पुराना चिंचभवन पुलिया बेहद खतरनाक हो गया है. नये आरओबी के निर्माण कार्य के कारण पुरानी पुलिया की हालत और भी भयानक हो गई है. इस पुलिया पर केवल एक वाहन आने और जाने की जगह है. पुलिया काफी पुराना और संकरी होने के कारण यातायात में चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सुबह और खास तौर पर शाम के दौरान पुलिया पर कई बार लंबा ट्रैफिक जाम लग जाता है. नये आरओबी के बन जाने के बाद नागरिकों को काफी राहत मिल सकती है. नया आरओबी पुराने के तुलना में चौड़ा और लंबा है. इस लिए इसपर किसी भी प्रकार के हादसे होने की संभावना नहीं है.