- पटरी पर लौट रहा परिवहन
नागपुर. लॉकडाउन खुलने के बाद अब धीरे-धीरे एसटी की बसें सड़कों पर दौड़नी शुरू हो गई हैं. जहां-जहां एसटी की बसें लॉकडाउन की वजह से बंद हुई थीं वह अब वापस शुरू होने लगी हैं. बंद बसों का अनलॉक शुरू हो गया है. गुरुवार को एसटी बस स्टैंड से पुणे, सोलापुर, अकोला और औरंगाबाद की बसों को वापस शुरू कर दिया है. यात्रियों को हो रही असुविधा को देखते हुए एसटी ने इन जगहों पर भी एसटी की बसों का संचालन शुरू कर दिया है. इसके अलावा महाराष्ट्र के पड़ोसी राज्य जाने वाली छत्तीसगढ़ की बसों को भी वापस शुरू किया गया है. छत्तीसगढ़ जाने वाली तीनों बसें शुरू हो गई हैं. एसटी बस स्टैंड के इंचार्ज दीपक तामगाड़गे का कहना है कि जल्द ही धीरे-धीरे बसों को शुरू किया जाएगा. जिन जगह पर कोरोना का केस कम होगा वहां अनुमति मिलने के साथ ही एसटी की बसों को वापस शुरू किया जाएगा. ताकि यात्रियों को किसी भी तरह की समस्या न हो.
बॉर्डर के बाद यात्री नहीं
गुरुवार को एसटी से छत्तीसगढ़ जाने वाली 3 बसों को शुरू किया गया जिनमें 2 राजनांदगांव और 1 बस रायपुर के लिए रवाना की गई. पहले दिन एसटी को छत्तीसगढ़ के लिए यात्री ही नहीं मिले. अधिकारियों ने बताया कि बाघ नदी पार करते ही यात्री नहीं थे. जानकारी के अभाव में यात्री नहीं मिले हैं. आने वाले दिनों में इन बसों में भी यात्री की संख्या पर्याप्त होगी. राजनांदगाव के लिए एक बस सुबह और एक बस दोपहर में रहती है. वहीं रायपुर के लिए दोपहर में डेढ़ बजे एक बस जाती है. ये सभी बस अपने समय से चलेंगी.
पुणे के लिए 2 बसों को हरी झंडी
एसटी ने बसों का विस्तार करते हुए पुणे के लिए भी गुरुवार से 2 बसों को शुरू कर दिया है. पुणे के लिए 1 बस दोपहर 1 बजे और दूसरी बस शाम के 4 बजे जा रही है. इसके अलावा अकोला, औरंगाबाद और सोलापुर के लिए भी गुरुवार से बसों को शुरू कर दिया गया है. यात्रियों को अब इन जगह पर जाने के लिए आसानी से बसें मिल जाएगी.
20 से 600 बसों तक पहुंची संख्या
15 अप्रैल से लेकर 1 जून तक एसटी में बसों की संख्या केवल 20 से 30 तक ही थी. लेकिन लॉकडाउन खुलने के बाद से ही एसटी की बसों ने रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है. गुरुवार को एसटी की 600 बसें बस स्टैंड से निकलीं जिनमें छत्तीसगढ़, पुणे समेत पूरे विदर्भ में बसों का आना-जाना शुरू हो गया. स्थिति बेहतर होने पर बसों की संख्या वापस पुरानी संख्या पर आ जाएगी. पहले एसटी से 1,175 बसों की फेरियां चलती थीं.
सावधानी बरते मैनेजमेंट
एसटी बसों का संचालन जिस तरह अब वापस पटरी पर लौटने लगा है, उसे देखते हुए एसटी मैनेजमेंट को सावधानी बरतने की भी जरूरत है. बसों में यात्रियों को मास्क अनिवार्य कराया जाना चाहिए. वहीं बस ड्राइवर और कंडक्टरों को भी इसके लिए कड़ाई की जानी चाहिए. किसी भी हाल में बस स्टैंड पर लापरवाही न हो क्योंकि बस स्टैंड पर यात्रियों की भीड़ अब बढ़ने लगी है. ऐसे में संक्रमण न फैले इसका खास ख्याल रखना होगा.