ST Workers Strike

  • 2 महीने के बकाया वेतन की मांग

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नागपुर. महाराष्ट्र एसटी कामगार संगठन के नेतृत्व में अपने 2 महीने के बकाया वेतन की मांग समेत विभिन्न मांगों को लेकर एसटी कर्मचारियों ने विभागीय आयुक्त कार्यालय के सामने एकदिवसीय आत्मक्लेश हड़ताल की.

ज्ञात हो कि महामंडल के कर्मचारियों द्वारा एसटी महामंडल का शासन में विलीनीकरण, 2 महीने का बकाया वेतन, कोरोना काल में ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को विशेष भत्ता, कर्मचारियों की सुरक्षा के अलावा लाकडाउन में भी ड्यूटी करने वालों के लिए किये गये भेदभाव के खिलाफ पूरे राज्य में आंदोलन जारी है. इसी के तहत नागपुर में भी विभागीय आयुक्त कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन रहा.

कर्मचारियों ने एक स्वर में कहा कि शासकीय लापरवाही के कारण एसटी के पहिए गर्त में समा गये हैं. शासकीय मदद के अभाव में मंडल द्वारा जुलाई, अगस्त और सितंबर माह के वेतन रोक लिया गया. कर्मचारियों के आक्रामक रुख के बाद शासन ने जैसे-तैसे एक महीने का वेतन दिया. ऐसे में कर्मचारियों का हाल यह है कि अब केवल पानी पीकर पेट भरने की नौबत आ चुकी है.

वेतन रोके रखना अन्यायकारक

कोरोना प्रादुर्भाव को देखते हुए उपराजधानी में जारी आंदोलन के लिए केवल 5 एसटी कर्मचारियों का ही धरने में शामिल होने की अनुमति दी गई है. बचे हुए सभी कर्मचारियों ने एक दिन भूखे रहकर आंदोलन में सहयोग दिया. एसटी कर्मचारियों को वेतन पहले की काफी कम है. यह वेतन भी नियमित ना मिलने से घर की आर्थिक स्थिति ढह चुकी है. फिर भी एसटी कर्मचारियों ने कोरोना काल में अपनी सेवायें दी. इसके बावजूद कर्मचारियों का वेतन रोका जा रहा है. यह अन्यायकारक है. संगठन के प्रादेशिक सचिव अजय हट्टेवार, विभागीय सचिव पुरषोत्तम इंगोले, विभागीय अध्यक्ष प्रशांत बोकडे के नेतृत्व में आंदोलन किया गया.