स्टेशन फ्लाईओवर: सांसद के आदेश पर मनपा प्रशासन भारी, पुनर्वास करने में अब तक विफल

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    • 2 वर्षों से अटका है मामला

    नागपुर. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सितंबर 2019 तक किसी भी हाल में स्टेशन रोड फ्लाईओवर को तोड़कर विकास कार्य को शुरू करने का ऐलान किया था लेकिन महानगरपालिका इस भूमिका को 2 वर्षों बाद तक निभा नहीं पाई. दूकानदारों को शिफ्ट करने के मामले में मनपा अधिकारी कुंडली मारकर बैठे हुए हैं जिसके कारण स्टेशन के सामने का विकास कार्य पिछड़ गया है. स्टीयरिंग कमेटी बनाकर हल निकालने की बात कही गई.

    बावजूद इसके मामले का समाधान नहीं निकल पाया है. विकास के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को लेकर न केवल मनपा प्रशासन उदासीन नजर आ रहा है, बल्कि सत्तापक्ष के नेताओं को भी कुछ लेना-देना नहीं लग रहा है. यही कारण है कि सांसद की घोषणाओं को भी गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है. 

    पर्यायी जगह बनकर तैयार

    आश्चर्य की बात तो यह है कि जिन दूकानदारों का पुनर्वास करना है, उन्हें मनपा तैयार नहीं कर पाई है लेकिन इन्हें जहां पुनर्वास करना है, वह जगह एक वर्ष से बनकर तैयार है. अब वहां भी धूल बैठ रही है. फ्लाईओवर तोड़ने और पुनर्वास के लिए दूकान बनाने की जिम्मेदारी महामेट्रो को सौंपी गई थी. महामेट्रो ने दूकानें बना दी हैं. फ्लाईओवर तोड़ने के लिए भी ठेकेदार से करार हो चुका है. मेट्रो को केवल मनपा के आदेश का इंतजार है जो 2 वर्ष से नहीं मिल पा रहा है. 

    भरोसे पर खरा नहीं उतर रहे अधिकारी

    स्टेशन रोड फ्लाईओवर के साथ-साथ कई अन्य प्रोजेक्ट भी हैं जिन्हें पूर्ण करने की घोषणा सांसद गडकरी ने की थी. इन सारी योजनाओं को लेकर अधिकारी, सत्तापक्ष के नेता गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं. कोरोना का बहाना बनाकर वक्त को टाला जा रहा है. विकास कार्य अटकने से लोगों को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है. सिटी के विकास के पंख को भी कुतरने का काम अधिकारी करने लगे हैं. 

    बैठकों का ही चलता है दौर

    सूत्रों ने बताया कि मनपा अधिकारी इस मुद्दे को लेकर केवल बैठकें ही कर रहे हैं. कभी एक दूकानदार नाराज होता है तो कभी 3-4 दूकानदार नाराजगी व्यक्त करते हैं. लेकिन इन्हें विश्वास में नहीं लिया जा सका है. 

    अन्य कार्य हो गए शुरू 

    यह प्रोजेक्ट वास्तव में 250 से 300 करोड़ का है जिसमें फ्लाईओवर को तोड़कर 6 लेन की सड़क बनाना, लोहा पुल के पास रेलवे अंडर ब्रिज (आरयूबी) और किंग्सवे पर फ्लाईओवर का काम शामिल है. फ्लाईओवर तोड़कर 6 लेन का काम ही शुरू नहीं हो पाया है, जबकि किंग्सवे फ्लाईओवर और लोहा पुल सब-वे का काम तेजी से जारी हो चुका है. मनपा का रुख नहीं बदला तो ये दोनों काम पूर्ण हो जाएंगे लेकिन मुख्य काम ही लटका रह जाएगा.