12 बगीचों में बनेगा STP प्लांट, सांडपानी से बगीचे की देखभाल करने वाली पहली सिटी होगी नागपुर

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    नागपुर. सिटी की पीली व नाग नदी के किनारे बने लगभग 12 बगीचों में लघु सांडपानी प्रक्रिया प्रकल्प यानी एसटीपी का निर्माण कर पानी को शुद्ध किया जाएगा. इस पानी का उपयोग बगीचों की देखभाल के लिए किया जाएगा. इससे पीने के पानी की बचत होगी. महापौर दयाशंकर तिवारी यह बात कही. उनके हाथों एक साथ 12 एसटीपी का भूमिपूजन किया गया. उन्होंने कहा कि सांडपानी को शुद्ध कर उद्यानों के लिए उसका उपयोग करने वाला देश का पहला शहर नागपुर होगा.

    भोसलेविहार कॉलोनी स्थित तुलसीबाग उद्यान और रतनविहार कॉलोनी उद्यान में उन्होंने प्रकल्प का भूमिपूजन किया. इस दौरान उपमहापौर मनीषा धावडे, भाजपा शहर अध्यक्ष विधायक प्रवीण दटके, मोहन मते, विकास कुंभारे, जलप्रदाय समिति सभापति संदीप गवई, राजेंद्र सोनकुसरे, विजय झलके, श्रद्धा पाठक, नगरसेविका सुमेधा देशपांडे, नेहा वाघमारे, कार्यकारी अभियंता डॉ. श्वेता बैनर्जी, मनोज गणवीर, सचिन रक्षमवार, श्रीकांत देशपांडे, रुपराव राऊत, प्रकाश निर्वाण, अभिजीत गान, बंडू राऊत, राजू नागुलवार सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी व नगरसेवक उपस्थित थे. 

    जापान की कंपनी करेगी काम

    मेयर ने बताया कि इस वर्ष 15 अगस्त स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ होगी. इस निमित्त 12 प्रकल्प साकार किया जाएंगे. 15 अगस्त तक और 3-4 प्रकल्पों का भूमिपूजन किया जाएगा. एसटीपी के निर्माण के लिए केन्द्र सरकार ने जापान की कंपनी को काम दिया है. कंपनी के माध्यम से एसटीपी साकार किए जाएंगे.

    इससे उद्यानों की सिंचाई शुद्ध किये गए पानी से होगी और नागरिकों के पीने के पानी की बचत होगी. एक एसटीपी की क्षमता 5,000 लीटर प्रतिदिन की होगी. इस प्रकल्प के लिए गवई और झलके ने काफी प्रयास करने की जानकारी उन्होंने दी. यह प्रकल्प अन्य शहरों के लिए आदर्श साबित होगा. इसमें जापान के जोकासू तकनीक का उपयोग किया जाएगा.