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  • 150 के करीब वारदातों को दे चुका है अंजाम

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नागपुर. तहसील पुलिस ने सेंधमारी के प्रकरण में शहर में अब तक के सबसे सक्रिय अपराधी को गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपी के पास से सोने के जेवरात समेत कुल 96,800 रुपये का माल जब्त किया. आरोपी संजय मधुकर मून (49) बताया गया. वह सामगांव तहसील हिंगना स्थित दिलीप कुरमुके के घर किराये से रहता था. वह मूल रूप से बेला उमरेड का निवासी है.

भानखेड़ा रोड तुलजाबाई मंदिर के समीप मोमिनपुरा निवासी मोहम्मद अल्ताफ वल्द मोहम्मद यासीन (50) 11 नवंबर को अपने परिवार के साथ घर को लॉक लगाकर जाफरनगर निवासी अपनी साली के घर गए हुए थे. इस दौरान आरोपी ने घर में घुसकर अलमारी में रखे नकद 70,000 रुपये और 15 ग्राम सोने के जेवरात पर हाथ साफ कर दिया. यासीन दोपहर 3 बजे घर लौटे तो उन्हें घर का दरवाजा खुला दिखा. अलमारी से जेवरात समेत नकद राशि गायब दिखाई देने पर उन्होंने तहसील थाने में शिकायत दर्ज की.

8 महीने से था फरार

सीनियर पीआई जयेश भांडारकर ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को आरोपी के बारे में गुप्त जानकारी मिली कि वह शहर में आने वाला है. पुलिस ने जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार किया. पूछताछ करने पर उसने बताया कि हाल ही में अजनी थानांतर्गत करीब 10 क्षेत्रों में सेंधमारी की घटना को अंजाम दे चुका है. अजनी पुलिस को उसके बारे में सूचना दी गई है. जानकारी मिली है कि आरोपी संजय कई वर्षों से करीब 150 सेंधमारी की घटना को अंजाम दे चुका है. यह ऐसा पहला आरोपी है जिसने इतनी सारी चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है. वह पिछले करीब 8 महीने से फरार था.

क्राइम ब्रांच महिनों से आरोपी की तलाश में थी. उसने अपनी आधी से ज्यादा उम्र जेल में काटी है. बावजूद उसके बर्ताव में कोई सुधार नहीं आया. पीसीआर मिलने के बाद चोरी के और भी कई मामले उजागर होने की संभावना जताई जा रही है. यूनिट क्रमांक 3 के डीसीपी लोहित मतानी, एसीपी राजेश परदेशी के मार्गदर्शन में पीएसआई स्वप्निल वाघ, एपीआई राजेश ठाकुर, हवलदार आनंद दीक्षित, संजय नरड, प्रवीण मानापुरे, मंगेश दोनाडकर, प्रवीण बंडवाल, अश्विनी भामले, पूजा ने कार्रवाई की.