Liquor shop
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नागपुर. रविवार का दिन और ऊपर से बारिश के साथ ठंडे हुए मौसम ने शराबियों का भी मौसम बना दिया. इसके चलते शराबियों ने आव देखा न ताव टूट पड़े मानेवाड़ा चौक पास, नाले के बाजू में स्थित देसी दारू की दूकान पर. दूकान पर भीड़ लगाये शराबियों में न तो कोरोना का खौफ नजर आया और न ही उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रहा. मेरा नंबर करते-करते सभी एक-दूसरे से आगे निकलने की हौड़ में कोरोना का खतरा बढ़ाने में तुले हुए नजर आये.

मानेवाड़ा चौक होने के कारण चौक पर ही पुलिस भी खड़ी रहती है और दूकान के सामने से कई बार पुलिस वाले निकलते भी हैं, लेकिन इसके बावजूद शराब की दूकान में अनियंत्रित भीड़ पर किसी तरह का ध्यान नहीं दिया जा रहा है. कई लोग तो शराब लेने के बजाय दूकान से ही पीकर निकल रहे थे और सड़कों पर खतरा बढ़ा रहे थे. शराब की दूकानों में उमड़ने वाली भीड़ पर प्रशासन की अनदेखी कहीं भारी न पड़ जाये.

यातायात में बन रहे बाधक
चौक का सिग्नल छूटते ही वाहनों की भीड़ एकदम से आती है. इसमें शराब खरीदने वालों की भीड़ यातायात में बाधा बन रही है. दूकान आने वाले शराबी अपने वाहन भी सड़कों पर ही रख देते हैं. इस कारण दुर्घटना का डर बना रहता है. रविवार की शाम को इस देसी दारू की दूकान में ऐसी भीड़ का नजारा था कि मानो मेला सा लगा है और लोग अंदर जाकर बाहर निकल रहे हैं.

नियम का पालन नहीं
दूकान में भीड़ लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां तो उड़ा ही रहे हैं, लेकिन इसमें सबसे अधिक मास्क और सैनिटाइजर जैसा कोई पालन भी नहीं नजर आ रहा है. जो भी आ रहा था, वह बिना मास्क के ही नजर आया. प्रशासन ने इस पर शीघ्र ही ध्यान नहीं दिया, तो इसके कारण एक बड़ा कोरोना विस्फोट हो सकता है.