Nitin Raut

  • पालकमंत्री ने दी जानकारी

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नागपुर. धम्मचक्र प्रवर्तन दिन में लाखों की संख्या में भाविक दीक्षाभूमि दर्शन के लिए आते हैं लेकिन इस वर्ष कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार द्वारा धार्मिक स्थलों पर लगाई गई बंदी के नियम को पालन करना आवश्यक है.

इस संदर्भ में मुंबई उच्च न्यायालय में दाखिल याचिका पर उच्च न्यायालय के निर्णयानुसार कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे. यह जानकारी पालकमंत्री नितिन राऊत ने दी. वे आंबेडकर कालेज में इस संदर्भ में आयोजित बैठक में बोल रहे थे.

उन्होंने कहा कि कोविड-19 के चलते धम्मचक्र प्रवर्तन दिन कार्यक्रम आयोजित नहीं करने का निर्णय स्मारक समिति ने 25 सितंबर को लिया था.

सरकार ने किसी भी तरह की यात्रा महोत्सव व धार्मिक स्थल नहीं खोलने का निर्णय लिया है. जिसके चलते समिति का निर्णय सरकार व प्रशासन के साथ है. लेकिन हाईकोर्ट के निर्णय से प्रशासन का बंधन रहेगा. तब तक उन्होंने पूर्व तैयारी रखने की बात की.

बैठक में विभागीय आयुक्त संजीव कुमार, जिलाधिकारी रविंद्र ठाकरे, मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी, पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, स्मारक समिति अध्यक्ष भंते आर्य नागार्जुन सुरई ससाई, सचिव सुधीर फुलझले, विलास गजघाटे उपस्थित थे.