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  • कईयों को बनाया शिकार

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नागपुर. आरपीएफ ने रेलवे में बेरोजगार लोगों को नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपये ऐंठने वाले रेलवे के एक बर्खास्त कर्मचारी को धरदबोचा. आरोपी नाम गुरुकृपा आदिवासी कालोनी, काटोल रोड निवासी प्रशांत राज तखलाते (44) बताया गया है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार, शाम करीब 4 बजे आरपीएफ जवान पुरुषोत्तम बैरुंगी ने देखा कि डीआरएम कार्यालय के गेट पर करीब 5 से 6 लोग आपस में झगड़ रहे हैं. बैरुंगी ने पूछताछ की तो पता चला कि तखलाते ने उन्हें रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा दिया है और उनसे लाखों रुपये ऐंठे हैं. यहां तक कि उन्हें फर्जी अप्वाइंटमेंट लेटर भी दिये थे. इसके बाद बैरुंगी ने एपीआई रामनिवास यादव तथा चतुरानंद गाढ़वे की मदद से तखलाखे और बाकी लोगों को आरपीएफ थाने लाकर पूछताछ की.

सतपुड़ा रेस्ट हाउस में करता था झांसेबाजी

पहले तो तखलाते ने आरपीएफ अधिकारियों को बरगलाने की कोशिश की लेकिन थोड़ी सख्ती के बाद सारा सच उगल दिया. उसने बताया कि वह वर्ष 2011 से 2016 तक एसईसीआर जोन में कार्मिक विभाग ( शिक्षा विभाग) में नैनपुर, जिला मंडला स्थित मध्य प्रदेश माध्यमिक रेलवे स्कूल में वरिष्ठ लिपक की पोस्त पर काम कर चुका है.

लम्बी अनुपस्थिति के कारण उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था. फिलहाल यह मामला कैट में अपील में चल रहा है. बावजूद इसके वह पिछले  करीब 3 माह से सिविल लाइन्स स्थित रेलवे के सतपुडा आफिसर रेस्ट हाउस में बेरोजगारों को फांसकर उन्हें रेलवे में नौकरी का झांसा दे रहा था. वह कभी 2 लाख, 1.5 लाख, 2.5 लाख रुपये की उगाही करके बेरोजगारों से ठगी कर रहा था. मंडल सुरक्षा आयुक्त आशुतोष पांडेय के मार्गदर्शन में आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की कार्यवाही के लिए सदर पुलिस के सुपूर्द कर दिया गया.