नागपुर. केंद्र सरकार की ओर से अनलॉक-01 की घोषणा के बाद राज्य सरकार की ओर से भी भले ही 3 जून से कुछ मामलों में शिथिलता लाने के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए हों, लेकिन फिलहाल मनपा आयुक्त मुंढे की ओर से नए आदेश जारी नहीं किए जाने से सिटी में लॉकडाउन-04 की पाबंदियां जारी रहेंगी. 60 दिन से अधिक समय से पाबंदियों में जकड़े लोगों का अब धीरे-धीरे सब्र का बांध टूटता जा रहा है.
अब जब वैज्ञानिक और डाक्टरों की राय के अनुसार कोरोना का वायरस लंबे समय तक बने रहने का खुलासा हुआ है, तो लॉकडाउन की जटिल शर्तें कब तक लागू रखी जाएंगी, इसे लेकर रोष भी पनप रहा है. स्थिति के संकेत मिलने के बाद केंद्र सरकार ने छूट देने की घोषणा कर दी, जिसके बाद राज्य सरकार ने भी 3 जून से अनलॉक-01 की घोषणा कर दी, किंतु मनपा आयुक्त मुंढे फिलहाल अपनी शर्तों पर अड़े हुए हैं. जानकारों के अनुसार संभवत: 1-2 दिन में सिटी के लिए भी दिशानिर्देश जारी किए जा सकेंगे.
कोई सुध नहीं, बिगड़ रहा अर्थतंत्र
जानकारों के अनुसार कोरोना के उपायों से लड़ रहे प्रत्येक व्यक्ति द्वारा सतर्कता ही कोरोना से बचने का उपाय होने का बयान दिया जा रहा है. इसके अनुसार भले ही प्रशासन कितना ही मुस्तैद हो, लेकिन सतर्कता लोगों को ही बरतनी होगी. इस तरह से यदि उपाय लोगों को ही करना है, तो पाबंदियां प्रशासन की ओर से क्यों लगाई जा रही हैं. कोरोना की बाधा से बचने के लिए लोगों को ही स्वयं पर पाबंदियां लगाकर कुछ समय तक जीना होगा, किंतु प्रशासन की ओर से इस बात की सुध नहीं ली जा रही है जबकि लॉकडाउन के चलते घरों में कैद हो जाने से रोजगार पर पड़े असर के कारण लोगों का पूरा अर्थतंत्र बिगड़ गया है. फिर भी केवल नियमों और दिशानिर्देशों की दुहाई देकर प्रशासन की ओर से पाबंदियां लादी जा रही हैं.
व्यापार-उद्योग नहीं खुले, तो मुसीबत
जानकारों के अनुसार गत समय कुछ शर्तों के साथ व्यापार और उद्योगों को शुरू करने की छूट प्रदान की गई थी, किंतु शर्तों के चलते ही पूरी तरह से व्यापार और उद्योग शुरू नहीं हो पाए, जिससे छूट का कोई असर दिखाई नहीं दिया है. फलस्वरूप अब अपनी ओर से नई तरह की पाबंदियों को लागू करने की बजाय सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार व्यापार और उद्योगों को खुला करने की आवश्यकता है, अन्यथा हाशिए पर पहुंची सिटी की अर्थव्यवस्था बुरी तरह मुसीबत में पड़ जाएगी. बहरहाल सिटी के लिए जारी होनेवाले नए दिशानिर्देशों पर लोगों की नजरें लगी हुई हैं.