Youth Climbs Mobile Tower 01

  • 3 घंटा 40 मिनट चला आपरेशन
  • 5 वीं बार में मिली सफलता
  • 3 थानों से पहुंची पुलिस
  • 2 दर्जन दमकलकर्मी जुटे काम में

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नागपुर. अपनी समस्या को लेकर परेशान युवक आकाशवाणी चौक पर स्थि मोबाइल टावर पर चढ़ गया. टावर पर खड़ा होकर शोर मचाने पर रास्ते से गुजररहे नागरिकों ने उसे देखा. पुलिस को जानकारी दी गई. सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई, लेकिन उसे नीचे उतारने के लिए प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी. देखते ही देखते तमाशबिनों की भीड़ लग गई. चौराहे की चारों तरफ लोग सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए टावर पर टकटकी लगाए बैठे थे.

अधिकारियों ने टर्न टेबल लैडर (टीटीएल) के जरिए उपर जाकर उससे बातचीत की. काफी समझाने के बाद वह नीचे उतरने को तैयार हुआ. युवक का नाम मनोज बताया गया. वह नागपुर का ही रहने वाला है और टावर बनाने वाली कंपनी में काम करता था. मनोज ने कर्जबाजारी होने की जानकारी दी. लेनदार द्वारा परेशान किए जाने के कारण आत्महत्या करने के इरादे से टावर पर चढ़ने की जानकारी दी.

कांटने लगा हाथ की नस
लगभग 6.40 बजे के दौरान सीताबर्डी पुलिस को जानकारी मिली कि कोई व्यक्ति आकाशवाणी चौक पर स्थित मोबाइल टावर पर चढ़कर हंगामा कर रहा है. खबर मिलते ही एपीआई पवार अपने दल के साथ मौके पर पहुंचे. उसे नीचे उतारना पुलिस के लिए संभव नहीं था. इसीलिए दमकल विभाग की मदद ली गई. सूचना मिलते ही सीएफओ राजेंद्र उचके अपनी टीमों के साथ मौके पर पहुंचे. जमीन से टावर की उंचाई लगभग 70 फुट थी. इसीलिए उसे उतारने के लिए टीटीएल बुलाया गया. दमकलकर्मियों के साथ पुलिसकर्मी टीटीएल के जरिए उपर गए, लेकिन पास जाते ही उसने अपने हाथ की नस काटनी शुरु कर दी. इसीलिए दूरी बनाकर ही मनोज को समझाने का प्रयास किया जा रहा था. 

Youth Climbs Mobile Tower

5वीं बार में मिली समस्या
बचावदल की मानें तो पहले उसने कर्जबाजारी होने की जानकारी दी. उसने बताया कि कर्ज चुकाने के बावजूद उसे परेशान किया जा रहा है. उससे नीचे उतरने की गुजारिश करने पर नौकरी की समस्या बताने लगा. वह आला अधिकारियों को बातचीत के लिए बुलाने पर अड़ा रहा. 4 बार किए गए प्रयास विफल हो गए. इस दौरान तमाशा देखने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही थी. 5वीं बार में एसीपी विलास सोनवने उपर गए. मनोज को हर मुमकिन मदद करने का आश्वासन दिया. यहां तक की पुलिस कमिश्नर बी.के. उपाध्याय और डीसीपी विनीता साहू से भी उसकी बात करवाई गई. काफी समझाने के बाद वह नीचे उतरने पर राजी हुआ. नस काटने की वजह से जख्मी होने के कारण उसे तुरंत उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया.