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    नागपुर. सरकार से वैक्सीन मिलने के बाद शहर के प्रत्येक केंद्र पर टीकाकरण अभियान चलाकर मनपा ने एक दिन में अब तक सर्वाधिक वैक्सीनेशन किए जाने का रिकॉर्ड तो बना लिया लेकिन दूसरे ही दिन यह लुढ़क गया. आश्चर्यजनक यह है कि शहरवासियों को पर्याप्त स्वास्थ्य सेवाएं देने का दावा मनपा की ओर से किया जा रहा है किंतु वास्तविकता यह है कि मनपा से वैक्सीनेशन अभियान का सुचारु संचालन नहीं हो पा रहा है. जबकि सिटी के बाहर ग्रामीण क्षेत्र में भी जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से लगातार वैक्सीनेशन किया जा रहा है. एक दिन पहले ही रिकॉर्ड बनाने के बाद मनपा की ओर से अब शुक्रवार को वैक्सीनेशन सेंटर बंद रखने की घोषणा की गई है.

    किसी भी वर्ग को नहीं मिलेगी वैक्सीन

    • मनपा की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार सरकार की ओर से कोविशील्ड वैक्सीन उपलब्ध नहीं कराई गई है. यही कारण है कि शुक्रवार को किसी भी आयु वर्ग का वैक्सीनेशन नहीं हो पाएगा जिसके चलते मनपा और सरकारी केंद्रों को पूरी तरह बंद रखने का निर्णय लिया गया है. 
    • कोवैक्सीन टीका उपलब्ध होने के कारण 18 प्लस और 45 प्लस को कोवैक्सीन का पहला और दूसरा डोज देने की प्रक्रिया जारी रहेगी. मेडिकल अस्पताल, इंदोरा चौक स्थित डॉ. बाबासाहब आम्बेडकर अस्पताल और महल रोग निदान केंद्र पर इन दोनों वर्ग कोवैक्सीन का टीका लगाया जाएगा. 

    शहर में टीकाकरण का अभियान तो चलाया जा रहा है लेकिन  केंद्रों पर कई तरह की समस्याएं उजागर हो रही हैं. टीकाकरण के लिए पर्याप्त मात्रा में वायल उपलब्ध नहीं कराई जा रही है. लोग सुबह से सेंटर पर तो पहुंच जाते हैं लेकिन वैक्सीन नहीं होने से बेवजह उन्हें वापस लौटना पड़ता है. अत: पूरी स्थिति को देखते हुए मामला गंभीर है जिससे वैक्सीनेशन और व्यवस्था का नियोजन किया जाना चाहिए.-मीनाक्षी तेलगोटे, सभापति, सामान्य प्रशासन समिति.

    मृत कर्मियों के परिजनों को प्रतिपूर्ति

    कोरोनाकाल में इस त्रासदी से जूझते हुए मनपा के कुछ अधिकारी और कर्मचारियों को जान गंवानी पड़ी. महामारी के संकट में लोगों की सेवाएं करते हुए इनकी मृत्यु होने से उनके वैद्यकीय सेवाओं की प्रतिपूर्ति का मसला लंबित था. परिजनों को वैद्यकीय प्रतिपूर्ति देने के संदर्भ में की जा रही कार्यवाही का जायजा लिया गया. प्रशासन ने बताया कि मनपा के 15 पदाधिकारियों को 14,96,854 रु. की वैद्यकीय प्रतिपूर्ति दी गई है जबकि 36 अधिकारियों और कर्मचारियों को 55,87,498 रु. की वैद्यकीय प्रतिपूर्ति दी गई है. 

    पहला डोज :-

    स्वास्थ्य सेवक 46,400

    फ्रंट लाइन वर्कर 53,343

    18 प्लस युवा 1,91,757

    45 प्लस वर्ग 1,56,367

    45 प्लस कोमोरबिड 86,753

    60 प्लस सभी लोग 1,86,246

    पहला डोज – कुल 7,20,866

     दूसरा डोज :-

    स्वास्थ्य सेवक 25,923

    फ्रंट लाइन वर्कर 23,847

    18 प्लस युवा 9,183

    45 प्लस वर्ग 69,735

    45 प्लस कोमोरबिड 23,466

    60 प्लस सभी लोग 98,018

    दूसरा डोज – कुल 2,50,172