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नागपुर. कोरोना संक्रमणकाल के बीच ऐतिहासिक लॉकडाउन के बाद एक बार फिर रेल परिचालन पटरी पर आता दिख रहा है. नये टाइम टेबल से पता चलता है कि रेल बोर्ड ने बड़ी संख्या में यात्री ट्रेनें शुरू कर दी हैं. हालांकि एक ओर पूरा देश खुल चुका है लेकिन अब भी कई जरूरी और भारी मांग वाली ट्रेनें यार्ड में खड़ी हैं. इनमें इतवारी और गेवरा रोड के बीच चलने वाली 18239/40 शिवनाथ एक्सप्रेस और नागपुर और बिलासपुर के बीच चलने वाली 12856/55 इंटरसिटी भी शामिल हैं. दोनों ही ट्रेनें यात्रियों के लिए बहुत उपयोगी और पसंदीदा रही हैं. इनकी उचित टाइमिंग के चलते यात्रियों को भारी प्रतिसाद मिलता रहा था लेकिन लॉकडाउन के बाद इनके पहिये थमे हैं.

नागपुर-रायपुर के बीच बेहतरीन लिंक

ज्ञात हो कि उपरोक्त दोनों ही ट्रेनें महाराष्ट्र की उपराजधानी और पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के बीच बेहतरीन लिंक बन चुकी थीं. आम यात्रियों से लेकर व्यापारियों के लिए दोनों ही बहुत सुविधाजनक ट्रेनें हुआ करती थीं. इनमें विदर्भ और छत्तीसगढ़ के व्यापारियों के लिए सहुलियत भरी टाइमिंग होने से लगभग हर दिन ही ये ट्रेनें हाउसफुल चलती थीं. शिवनाथ एक्सप्रेस में ट्रेन 18240 इतवारी से 23.45 बजे चलकर अगले दिन 07.05 बजे बिलासपुर पहुंच जाती थी.

वहीं, वापसी में ट्रेन 18239 बनकर करीब 17.55 बजे चलकर 5.30 बजे इतवारी आती थी. वहीं, इंटरसिटी ट्रेन 12856 इतवारी से 06.38 बजे चलकर 13.55 बजे बिलासपुर और वापसी में ट्रेन 12855 बनकर 15.55 बजे बिलासपुर से चलकर 23 बजे नागपुर पहुंच जाती थी. ऐसे में व्यापारियों के लिए नागपुर से रायपुर, बिलासपुर जैसे व्यापारिक शहर जाने और वहां से लौटने के लिए बेहतरीन साधन हर दिन, पूरे वर्ष उपलब्ध रहता था. हर तरह के बाजार पूरी तरह से खुल चुके हैं लेकिन ये दोनों ट्रेनें बंद होने से व्यापारियों में भारी रोष नजर आ रहा है. 

कन्फर्म टिकटधारियों की शर्त बनी रहेगी

वर्तमान में रेलवे ने यात्रा के लिए केवल कन्फर्म टिकट की शर्त तय कर रखी है और लगता है कि यह भविष्य में भी जारी रहेगी. ऐसे में शिवनाथ और इंटरसिटी एक्सप्रेस में यह शर्त पूरी तरह से लागू की जा सकती है, क्योंकि इनमें स्लीपर और एसी क्लास के आरक्षित कोच थे. ऐसे में यदि रेलवे अभी इन्हें शुरू करती है तो केवल आरक्षित सीटों के साथ सफर की शर्त भी पूरी होगी और हजारों लोंगों को राहत भी मिलेगी. साथ ही जनरल क्लास को सेकंड क्लास सीटर में बदलकर स्पेशल ट्रेनों में टिकट उपलब्ध कराई ही जा रही है. 

आम नागरिकों को भी मिलेगी राहत

लॉकडाउन से बाद ही पैसेंजर और इंटरसिटी ट्रेनें बंद करके रखी गई हैं. वहीं अभी दौड़ रहीं स्पेशल ट्रेनों के स्टॉपेज में भारी कटौती होने से छोटे शहरों के लोगों को आवाजाही के लिए समय और पैसा, दोनों खर्च करना पड़ रहा है. वहीं आम यात्रियों को भंडारा, तुमसर, गोंदिया, बालाघाट, डोंगरगढ़ जैसे शहरों और गांवों में जाने के लिए बसों से सस्ता और सुरक्षित साधन उपलब्ध रहता था. लेकिन अब दोनों ट्रेनें बंद होने से सभी को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.