MLA Krishna Khopde

  • बिजली बिल कब करेंगे माफ : खोपड़े

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नागपुर. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राकां प्रमुख शरद पवार ने होटल, परमिट रूम, दारू, बीयर बार संचालकों को कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान भारी नुकसान हुआ इसलिए उन्हें बिजली बिल, सम्पत्ति कर आदि में छूट के संदर्भ पत्र लिखा है. भाजपा विधायक कृष्णा खोपड़े ने इसे राज्य की आम जनता के साथ विश्वासघात बताते हुए सवाल उठाया है कि कोरोना की पहली लहर के लॉकडाउन से गरीब व आम जनता की आर्थिक हालत खस्ता हो गई.

महीनों से नागरिकों के बिजली बिल माफ करने और अन्य मदद की मांग की जा रही है लेकिन महाविकास आघाड़ी सरकार जिसमें कांग्रेस, राकां और शिवसेना शामिल हैं, द्वारा कोई सुनवाई नहीं हो रही है. उन्होंने दावा किया कि जिन नेताओं ने इस सरकार को बनाया है अब तो वे ही दारू वालों के बिजली बिल, प्रापर्टी टैक्स में छूट देने की मांग सीएम से कर रहे हैं तो सीएम उनकी मांग ठुकरा ही नहीं सकते. उन्हें यह करना ही होगा. यह सरकार गरीब जनता के साथ खिलवाड़ और दारू, बीयर बार वालों के साथ सहानुभूति रखने वाली सरकार है.

मंत्रियों ने किया था वादा

खोपड़े ने कहा कि राज्य सरकार ने खुद 2020-21 लॉकडाउन के दौरान बिजली बिल माफ करने की घोषणा की थी. उद्धव ठाकरे, अजीत पवार और नितिन राऊत ने भी आम जनता को बार-बार बिल में राहत देने की घोषणा की लेकिन उस पर अमल नहीं किया. ऊर्जा मंत्री और कांग्रेस की ठाकरे सरकार में कितनी अहमियत है यह तो उस समय ही नजर आ गया था जब उन्होंने कोरोना लॉकडाउन काल का बिल माफ करने का प्रस्ताव दिया था तब प्रस्ताव को डिप्टी सीएम ने मान्य नहीं किया था.

राऊत ने 100 यूनिट तक मुफ्त बिजली का प्रस्ताव भी दिया था लेकिन उसे श्रेय लेने की होड़ में नामंजूर कर दिया गया. खोपड़े ने सवाल किया कि दारू वालों को छूट की मांग तो मविआ सरकार की स्थापना करने वाले आलाकमान ने की है तो क्या उसे ठुकराने की हिम्मत इस सरकार में है. यह सवाल भी किया कि क्या आम जनता के बिल माफ किये जाएंगे. उन्होंने मांग की कि आम जनता के लॉकडाउन काल के बिजली बिल सरकार माफ करें.