Zebra Crossing on Signal

  • शहर के विभिन्न चौराहों पर मजाक बन जाते हैं नियम-कानून
  • तमाशबीन बनी रहती ट्रैफिक पुलिस, कार्रवाई से करते परहेज

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नागपुर. शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने को लेकर खूब प्रयास हो रहे हैं. चौराहों पर मौजूद पुलिस फोटो खींचकर लोगों का चालान भी कर रही है, लेकिन इसके बाद भी ट्रैफिक नियम रोजाना तोड़े जा रहे हैं. बड़े-बड़े मामले पर तो सभी का ध्यान है, लेकिन ट्रैफिक के नियम में शामिल चौराहों पर बने जेब्रा क्रॉसिंग हर स्तर पर नजरअंदाज कर दी जा रही है. पब्लिक के लिए यह बेमतलब है, तो वहीं जिम्मेदार भी इसको लेकर संजीदा नहीं हैं. जागरूकता कैंपेन तो दूर की बात है, यहां तो नियम तोड़ने वालों को टोकने की भी फुर्सत किसी के पास नहीं है.

कहीं गायब तो कहीं नहीं होता पालन

शहर के भीतर प्रमुख चौराहों पर बनाई गई जेब्रा क्रॉसिंग बेमतलब नजर आते हैं. चौराहों पर जब रेड सिग्नल के दौरान वाहन खड़े होते हैं, तो क्रॉसिंग कहां है, इसकी फिक्र किसी को नहीं है. बस आगे बढ़ने की होड़ में लोग इसे नजरअंदाज कर आगे बढ़ जा रहे हैं. नियम यह है कि रेड सिग्नल होने पर सभी वाहन चालक अपनी गाड़ियों को जेब्रा क्रॉसिंग के पहले रोक दें. इससे पैदल आने जाने वालों को कोई असुविधा न हो, कई चौराहों में यह देखा जाता है कि लोग जेब्रा क्रॉसिंग को लेकर जागरूक ही नहीं हैं. ट्रैफिक सेंस का मजाक बनाते हुए लोग नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं. कई जगह ट्रैफिक पुलिस कर्मचारी भी, इस बात को लेकर गंभीर नजर नहीं आते.

गायब हो चुकी है कई चौराहों पर

शहर के कई चौराहे ऐसे भी हैं, जहां पर स्टॉप लाइन और जेब्रा क्रॉसिंग मिट चुकी है. इसकी वजह से भी ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा जाती है. वाहन चालकों को यह दिखता ही नहीं कि उन्हें चौराहे पर कितनी दूरी पर रुकना है. इसके चलते ज्यादातर वाहन चालक रेड लाइट होने पर, जेब्रा क्रॉसिंग पर ही वाहन लाकर रोक देते हैं. इसके चलते पैदल चलने वालों को सड़क पार करने में परेशानी होती है. स्टॉप लाइन और जेब्रा क्रॉसिंग बनाने को लेकर प्रशासन को ध्यान देना चाहिए. 

Zebra Crossing on Signal

6 महीने भी नहीं टिक पाती 

सड़क पर बनी स्टॉप और जेब्रा क्रॉसिंग की लाइन 6 माह भी नहीं चल पाती. यह बनने के 2 से 3 माह ही नजर आती है और बाद में मिट जाती है. जेब्रा क्रॉसिंग के दोनों ओर पैदल चलने का सिग्नल देने वाली लाइटें भी होनी चाहिए, ताकि सड़क पार करने वाले लोगों को पता चल सके, कि वे अब सुरक्षित पार हो सकते हैं. मिट चुकी जेब्रा क्रॉसिंग को लेकर प्रशासन द्वारा ध्यान भी नहीं दिया जा रहा है.