Some states are not ready to recall migrant workers: Thorat

  • कोविड-19 समीक्षा बैठक में थोरात ने दिये निर्देश

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नागपुर. राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात ने कोविड-19 को मात देने के लिए टेस्ट, ट्रेसिंग व ट्रिटमेंट इस त्रिसूत्रीय कार्यक्रम के तहत कार्य करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया. जिलाधिकारी कार्यालय के सभागृह में आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि बीते साढ़े चार महीनों से शासन की सारी यंत्रणा कोरोना को मात देने के लिए कार्य कर रही है.

अब दैनिक व्यवहार व अर्थ व्यवस्था को सुचारू करने को प्राथमिकता देनी जरूरी है. बैठक में पालकमंत्री नितीन राऊत, पशुसंवर्धन व दुग्धव्यवसाय मंत्री सुनील केदार, जिप अध्यक्ष रश्मी बर्वे, विधायक विकास ठाकरे, राजू पारवे, उपमहापौर मनीषा कोठे, विभागीय आयुक्त संजीव कुमार, पुलिस आयुक्त भूषणकुमार उपाध्याय, मनपा आयुक्त तुकाराम मुंढे, जिलाधिकारी रविंद्र ठाकरे, जिप सीईओ योगेश कुंभेजकर व एसपी राकेश ओला उपस्थित थे.

100 दिनों का बनाएं प्लान
थोरात ने कहा कि कोरोना को मात देने के लिए 100 दिनों का प्लान तैयार करें. शहरी के साथ ही ग्रामीण भागों में भी कोरोना का प्रसार बढ़ रहा है इसलिए नागरिकों की भीड़ पर नियंत्रण, सावधानी बरतने, अधिक से अधिक जांच पर ध्यान दिया जाए. उन्होंने कहा कि मुंबई के धारावी और नाशिक में मालेगांव को जिस तरह से कोरोनामुक्त किया गया है उसकी चर्चा दुनियाभर में है. नागपुर में भी अच्छा कार्य हुआ है. उन्होंने कहा कि अपना लक्ष्य अब शून्य स्थिति की ओर तेजी से जाना है. इसे ध्यान में रखकर कार्य करें. विभागीय आयुक्त संजीव कुमार ने संभाग में कोरोना पाजिटिव व कोरोना से स्वस्थ होने वालों की विस्तार से जानकारी बैठक में दी. उन्होंने कहा कि टेस्ट की संख्या भी बढ़ाई गई है. मृत्यु संख्या कम करने पर ध्यान दिया जा रहा है. 

38 वार्ड में सुविधा शुरू होगी
मनपा आयुक्त मुंढे ने जानकारी दी कि सिटी में 6 वार्ड में एंटीजेन जांच सुविधा शुरू की गई है और 38 वार्ड में यह सुविधा शुरू की जाएगी. टेस्ट व ट्रेसिंग पर जोर दिया जा रहा है. राधास्वामी सत्संमग स्थल पर 500 बेड की सुविधा उपलब्ध है. यहां 5000 बेड की सुविधा निर्माण हो सकती है. निजी होटलों को बी अस्पतालों में बदलने की चर्चा शुरू है. जिलाधिकारी ठाकरे ने बताया कि ग्रामीण में कामठी हाटस्पाट बन गया है. केवल कामठी में ही 700 से अधिक पाजिटिव केसेस हैं. 8139 कर्मचारी निरंतर सर्वे कर रहे हैं. 

भाजपा विधायकों ने किया बहिष्कार
भाजपा विधायकों ने राजस्व मंत्री थोरात की कोविड-19 समीक्षा बैठक का बहिष्कार किया. प्रदेश प्रवक्ता गिरीश व्यास ने प्रेस परिषद में आरोप लगाया कि कोरोना महामारी शुरू होने से ही पालकमंत्री नितिन राऊत ने बैठकें की लेकिन भाजपा विधायकों को कभी विश्वास में नहीं लिया. बैठकों की सूचना तक नहीं दी गई. भाजपा विधायकों द्वारा सुझाए गए उपायों को हमेशा टालते रहे. उन्होंने कहा कि भाजपा शासित मनपा को उन्होंने अपनी किस्मत पर छोड़ दिया है. जबकि महापौर ने शुरू से ही अपनी जिम्मेदारी समझ कर  कोविड के संदर्भ में प्रभावी सेवा देने का काम किया. भाजपा के सभी जनप्रतिनिधियों ने जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाने से लेकर प्रभावी सेवाकार्य किए. आज भी हरसंभव मदद कर रहे हैं. लेकिन मनपा आयुक्त मुंढे बार-बार झूठ बोल रहे हैं. फेसबुक व सोशल मिडिया में मैं ही सबकुछ करता हूं…यह दिखा रहे हैं. 

नागपुर में स्थिति भयावह
व्यास ने कहा कि नागपुर में कोरोना महामारी के चलते हालात बेहद भयावह हो गए हैं. आयुक्त झूठी जानकारी दे रहा है. मरीजों को 2-2 दिन भर्ती नहीं किया जाता. कोई नीति नहीं, कोई नियोजन नहीं है. दयाशंकर तिवारी ने आरोप लगाया कि पाजिटिव मरीजों की बढ़ती मृत्यु की संख्या के लिए आयुक्त की व्यवस्था ही जिम्मेदार है. आयुक्त ने समीक्षा बैठक में मंत्री को यह जानकारी दी कि मनपा के कर्मचारी रोज 29 हजार लोगों से संपर्क र रहे हैं लेकिन वास्तव में ऐसा कु्छ नजर नहीं आ रहा है. उन्होंने कहा कि 873 बाधितों को अब तक भर्ती नहीं किया जा सका है. आयुक्त एक ओर कहते हैं कि 650 बेड रिक्त है तो फिर मरीजों को भर्ती क्यों नहीं कर रहे. मेयो-मेडिकल में पदभर्ती करने पर ही इन मरीजों को भर्ती किया जा सकेगा. मनपा कोविड केयर सेंटर के लिए सरकार से 650 कर्मचारियों की मांग की गई लेकिन एक भी नहीं दिया गया. मनपा प्रशासन फ्लाप हो गई है. इस दौरान विधायक कृष्णा खोपडे, विकास कुंभारे, प्रवीण दटके, मोहन मते, टेकचंद सावरकर, उपमहापौर मनीषा कोठे, अरविंद गजभिये, चन्दन गोस्वामी उपस्थित थे.