बिजली के झटके से 2 दोस्तों की मौत

  • रिश्तेदारों ने किया शव लेने से इंकार
  • बिजली विभाग की लापरवाही से दुर्घटना
  • टूटे तार की चपेट में आ गए थे युवक

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सटाणा. बिजली से चिपककर 2 दोस्तों की मौत हो गई. यह घटना शहर के न्यू प्लॉट में रविवार को सुबह सामने आई. इस बीच करीब 200 नागरिकों के जमा हो जाने से तनाव पैदा हो गया. सभी लोग नाराज थे कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण दुर्घटना हुई है. रिश्तेदारों ने दोनों युवकों के शवों को लेने से इनकार कर दिया. ओमकार (23) , यशवंत रामभाऊ सोनवणे के एकमात्र पुत्र, और अन्ना हजारे के कार्यकर्ता संजय हलीस के बेटे, भूषण ((24) शनिवार की रात को न्यू प्लॉट में अपने आवास पर मराठी स्कूल की इमारत में हमेशा की तरह बातें कर रहे थे. भारी बारिश के कारण वह स्कूल में फंसे हुए थे.  देर रात घर लौटते समय भूषण का पांव टूटे हुए बिजली के तार पर पड़ गया. उसे बचाने  गए ओमकार को भी बिजली ने खींच लिया. रविवार सुबह करीब 6.30 बजे जब आसपास के लोग बाहर आए तो वह हैरान रह गए. घटना की जानकारी मिलने के बाद, पुलिस ने MSEDCL के अधिकारियों को बुलाया और बिजली आपूर्ति काटी गई. 

विधायक बोरसे ने की पीड़ित परिवारों से मुलाकात

पुलिस ने शवों को तुरंत कब्जे में ले लिया और उन्हें एक ग्रामीण अस्पताल में भेज दिया गया. यहां ग्रामीण अस्पताल में लोगों की भीड़ जमा हो गई. इस बीच विधायक दिलीप बोरसे ने ग्रामीण अस्पताल पहुंच कर मृतकों के परिजनों से मुलाकात की. विधायक बोरसे ने कार्यकारी अभियंता सुनील बोंडे से संपर्क किया और उन्हें बिजली के झटके के कारण मारे गए युवकों के परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया. मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने के लिए नागरिक 6 घंटे तक ग्रामीण अस्पताल में जमा रहे. दोपहर करीब 2.30 बजे दोनों युवकों के शवों को कब्जे में ले लिया गया और शोकपूर्ण माहौल में उनका अंतिम संस्कार किया गया.