नाशिक. पिछले 3 दिनों से अरब सागर के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में बेहद कम दबाव का पट्टा बन गई है, जो तौकते तूफान (Tauktae Cyclone) में तब्दील होकर गुजरात (Gujarat) और पाकिस्तान (Pakistan) की तरफ बढ़ रहा है। इस चक्रवात के कारण सुबह से ही बादल छाए हुए थे और दिन भर गर्मी बढ़ी हुई थी। कोलाबा वेधशाला ने सोमवार से नाशिक जिले और कोंकण में गरज के साथ भारी बारिश (Rain) का अनुमान जताया है इसलिए जिला प्रशासन ने भी इसे गंभीरता से लिया और चक्रवात का सामना करने की योजना बनाई है।
अरब सागर में बना चक्रवात तौकते गुजरात और पाकिस्तान की ओर बढ़ रहा है और महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और पाकिस्तान को प्रभावित करेगा।
मराठवाड़ा, विदर्भ में चक्रवात का खास असर नहीं
चक्रवात के नाशिक जिले से टकराने की आशंका है। इस बीच महावितरण ने भी अपने कर्मचारियों को तैयार रखा है क्योंकि बिजली गुल होने की संभावना है। अगले चार दिनों में तूफान के कारण मराठवाड़ा और विदर्भ में चक्रवात का खास असर नहीं होगा। नाशिक जिले में, सिन्नर, इगतपुरी, त्र्यंबकेश्वर और पेठ तहसीलों में भारी वर्षा होने की संभावना है।
डीएम ने की नागरिकों से सावधान रहने की पहल
रविवार से बुधवार तक 4 दिनों के दौरान ज्यादातर जगहों पर बारिश और कुछ जगहों पर गरज के साथ हवा चलने की संभावना है। जिले में शनिवार की सुबह से ही बादल छाए हुए हैं और गर्मी से नागरिक परेशान हैं। जिला कलेक्टर सूरज मांढरे ने नागरिकों से सावधान रहने की अपील की है क्योंकि चक्रवात के दौरान तूफान और बिजली गिरने की प्रबल संभावना है। वर्तमान में हवा की गति 120 किमी प्रति घंटे है, जो कर्नाटक से होते हुए आगे बढ़ रही है। गुजरात में और नुकसान की संभावना है क्योंकि हवा की गति 150 किमी प्रति घंटे तक बढ़ सकती है।
तूफानी बारिश में ऐसे रखना चाहिए ख्याल
बाहर जाने से बचें। अगर आप घर से बाहर हैं या किसी असुरक्षित जगह पर हैं, तो बारिश और हवा के रुकने तक किसी सुरक्षित जगह जैसे स्थायी घर या इमारत में शरण लें। यात्रा से बचें। आपात स्थिति में जिला नियंत्रण कक्ष – 02532317151 मनपा नाशिक – 0253222222413 या टोल फ्री 1077 से संपर्क करें। मौसम की जानकारी भारतीय मौसम विभाग की वेबसाइट www.imd.gov.in से प्राप्त की जा सकती है।
अफवाहों पर न दें ध्यान
अफवाहों पर विश्वास न करें और उन्हें न फैलाएं। आधिकारिक स्रोतों से जानकारी की पुष्टि करें या जिला नियंत्रण कक्ष 02532317151 या टोल फ्री 1077 पर संपर्क करके पुष्टि करें। जागरूक रहें और प्रशासन का सहयोग करें। कृषि उपज को सुरक्षित स्थान पर रखें। पालतू जानवरों और पक्षियों के शेड की मरम्मत और देखभाल की जानी चाहिए और हवा के कारण शेड को उड़ने न दें।
इन बातों का रखें खास ख्याल
- पुराने जीर्ण-शीर्ण भवन, पुल आदि जगहों पर न जाएं।
- पर्यटन स्थल, नदियों और खुली जगहों पर न जाएं।
- सेल्फी लेकर अपनी जान जोखिम में न डालें।
- मौसम विभाग, जिला प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए आजीविका और संपत्ति का ध्यान रखा जाए।
बिजली कडकने पर इस प्रकार रहें सुरक्षित
- कंप्यूटर, टीवी आदि जैसे बिजली के उपकरणों को बंद कर दें और स्रोतों से दूर रखें।
- टेलीफोन, मोबाइल फोन के प्रयोग से बचें।
- घर से बाहर न निकलें, सुरक्षित स्थान पर शरण लें।
- बिजली के खंभों से दूर रहें।
- ऊँचे पेड़ के नीचे ना रुके।
- यदि आप खुले क्षेत्र में हैं, तो अपने सिर को अपने घुटनों पर मोड़ें।
- धातु की वस्तुओं से दूर रहें।