Corona

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2 महिलाएं और 1 बच्चा शामिल 

सटाणा. बुधवार 27 मई की सुबह प्राप्त हुई स्वैब की रिपोर्टों में से सटाणा शहर और ग्रामीण इलाके टेंभे के 4 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई. एक साथ 4 मरीजों के मिलने से सटाणा शहर के साथ तहसील के ग्रामीण इलाकों में भी खौफ का वातावरण बन गया है. नागरिक अपने घरों से नहीं निकल रहे हैं. जीवनावश्यक सामग्री खरीदने के लिये भी लोग डरकर कम ही बाहर निकल रहे हैं. शहर में मरीज के पाए जाने से सटाणा की मुख्य मंडी का इलाका और पुराने शहर को प्रतिबंधित घोषित कर दिया गया है. शहर के भरे मंडी के इलाके में 2 मरीजों के मिलने से प्रशासन की नींद उड़ गई है. दोनों मरीजों के संपर्क में आए 50 से अधिक लोगों की तलाश की जा रही है, ताकि उनकी जांच करके उनके स्वैब भी जांच के लिये रवाना किया जा सके. कहा जा रहा है कि दोनों मरीजों के संपर्क में शहर के कई छोटे-बड़े राजनेता आए होंगे, क्योंकि दोनों मरीज राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं. यदि ऐसा होता है तो सटाणा के कई नेताओं को क्वारंटाइन किया जा सकता है. 

मालेगांव जाकर आए थे पति-पत्नी

शहर के मंडी इलाके में रहने वाले पति-पत्नी का मालेगांव कनेक्शन भी बताया जा रहा है. मालेगांव जाकर लौटने के 8 दिन के बाद उन्हें लक्षण दिखाई देने लगे थे. सटाणा शहर के साथ ही तहसील के टेंभे (वरचे) के कुल 14 लोगों को अजमीर सौंदाणे में क्वारंटाइन किया गया था. टेंभे (वरचे) में एक वृद्ध महिला मुंबई से अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिये आई थी. उस महिला की कोरोना के कारण मौत हो जाने से यहां के 12 लोगों को क्वारंटाइन किया गया था.

300 मीटर तक का क्षेत्र प्रतिबंधित घोषित

 किट उपलब्ध न होने के कारण इन सभी के स्वैब की रिपोर्ट 6 दिन देरी से प्राप्त हुई. बुधवार को 14 लोगों की आई रिपोर्ट में सटाणा के पति- पत्नी के साथ टेंभे (वरचे) की एक 50 वर्षीय महिला और एक 14 साल के बच्चे का समावेश है. रिपोर्ट मिलते ही प्रांताधिकारी विजयकुमार भांगरे, तहसीलदार जितेंद्र इंगले, नपा की मुख्य कार्यकारी अधिकारी हेमलता डगले, पुलिस निरीक्षक नंदकुमार गायकवाड, सह. पुलिस निरीक्षक देवेंद्र शिंदे ने एक बैठक लेकर शहर की देना बैंक के पास से 300 मीटर तक का क्षेत्र प्रतिबंधित घोषित कर दिया. इस क्षेत्र में केवल मेडिकल स्टोर और अस्पताल खुले रहेंगे. अन्य सभी व्यवहार पूरी तरह से बंद रखे जाएंगे.