Out of 61 reports sent to Pune, 24 patients were negative

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  • डॉ. वसंतराव पवार वैद्यकीय महाविद्यालय अस्पताल में भर्ती हुए 901मरीज
  • पर्याप्त सुविधाएं होने से मरीजों को राहत

नाशिक. मविप्र के डॉ. वसंतराव पवार वैद्यकीय महाविद्यालय के अस्पताल में 901 कोविड मरीज उपचार के लिए दाखिल हुए. इसमें से 636 मरीज स्वस्थ्य होकर अपने घर चले गए हैं, जिसमें पुलिस, रिश्तेदार और आम नागरिक शामिल हैं. अस्पताल के मरीज स्वस्थ्य होने का प्रतिशत 71 है. तो महाविद्यालय के कोविड टेस्टिंग लैब में जुलाई आखिर 13 हजार 40 मरीजों का कोरोना स्वैब टेस्ट किया गया है. महाविद्यालय के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल (डीसीएच) में 60 बेड तो कोविड केयर सेंटर में 100 बेड है. 24 घंटे विशेषज्ञ डाक्टर मौजूद

कोविड अस्पताल के डीसीएच में अति गंभीर मरीजों के लिए आरआईसीयू कक्ष में 24 घंटे विशेषज्ञ डॉक्टर मौजूद थे. उनकी ही सलाह से मरीजों को दवा दी जा रही है. साथ ही मरीजों को दर्जात्मक भोजन, शुद्ध पीने का पानी, गरम पानी दिया जा रहा है. मविप्र के अस्पताल में 1 मई को पहला कोरोना पीड़ित मरीज दाखिल हुआ. डॉ. वसंतराव पवार वैद्यकीय महाविद्यालय में कोरोना की शुरुआत में कोरोना विषयक स्वतंत्र स्क्रीनिंग ओपीडी शुरू की गई, जो आज भी शुरू है. अस्पताल में आने वाले हर एक मरीज की जांच की जा रही है.

लक्षण दिखते ही उपचार शुरू

 प्राथमिक लक्षण और संदेहात्मक मरीजों को अलग-अलग रखा गया है. आज तक इस कोविड बाह्यरुग्ण विभाग में जुलाई आखिर तक 8175 मरीजों की कोरोना प्राथमिक जांच की गई. इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए मविप्र की महासचिव नीलिमा पवार कहा, मरीजों पर उपचार करने के लिए अधिष्ठाता डॉ. मृणाल पाटील, शिक्षाधिकारी डॉ. नानासाहब पाटील सहित अस्पताल की टीम दिन-रात कार्यरत थी. हर दिन सुबह व शाम को पीड़ित मरीज और रिश्तेदारों से अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं को लेकर चर्चा की जा रही है. अब तक 636 मरीज कोरोना मुक्त हुए हैं.