Igatpuri Nirmala

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    इगतपुरी. राज्य में कोरोना (Corona) का कहर जारी है, जिसके चलते फिर से दूसरी बार तालाबंदी कर दी गई है। बंदी के दिनों में केवल अत्यावश्यक दुकानों को खुला रखने की अनुमति (Permission) दी गई है। अन्य दुकानें (Shops) के खोलने पर प्रशासन (Administration) ने बंदी लगाई है, लेकिन कुछ दुकानदार छुपकर अपनी दुकानें चला रहे हैं। ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं। ऐसी सूचना मिलते ही शहर की मुख्याधिकारी निर्मला गायकवाड़/पेखले खुद रास्तों पर आ गई और दुकानदारों पर कार्रवाई शुरू कर दी। 

    साथ ही मास्क ना लगाने वाले नागरिकों पर भी जुर्माना लगाकर शहर से 20 हजार रुपए जुर्माना वसूल किया गया।  संचारबंदी के दिनों में बंदी लगाये गये दुकानदारों ने दुकानें खोलीं तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, साथ ही उन पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

    अब खुली जगह पर लगेगी सब्जी, फल की दुकानें

    इगतपुरी नगरपालिका ने कोरोना के प्रादुर्भाव को रोकने के लिए विभिन्न प्रकार के उपाय किए हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज सब्जीमंडी इलाके में नागरिकों की होने वाली भीड़ को देखते हुए यहां के सभी फल विक्रेता और सब्जी विक्रेताओं को गुरुवार 15 अप्रैल से स्वामी समर्थ मंदिर की खुली जगह पर स्थानांन्तरित किया गया है। इसी प्रकार कोरोना के संदिग्ध मरीजों के घरों के इलाकों को प्रतिबंध क्षेत्र घोषित किया गया। वहां पर प्रतिबंधित क्षेत्र का बोर्ड लगा दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के स्वच्छता निरीक्षक यशवंत ताठे और उनके सहकारी कर्मचारियों ने बैरिकेडिंग करके तुरंत जंतु नाशक दवाई का छिड़काव किया।

    कर्मचारी को वार्डवार नियंत्रक अधिकारी के रूप में नियुक्त

    शहर में नगरपालिका परिषद के कर्मचारियों को वार्ड-वार नियंत्रक अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है और शिक्षकों को प्रतिबंधित क्षेत्र के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। शहर में सार्वजनिक स्थानों पर जनजागरूकता बोर्ड लगाए गए हैं। गुरुवार शाम मुख्य अधिकारी निमला गायकवाड़/ पाखले ने व्यापारियों और दुकानदारों को शहर का निरीक्षण करने और सामाजिक दूरी के नियमों को रखने के निर्देश दिए। संजय पाखले, यशवंत ताठे, एजाज शेख, इशान गोहिल, विजय राठौड़, संतोष गायकवाड़, रमेश सोनालकी, श्री कन्नूर और कर्मचारी उपस्थित रहे।

    नागरिकों और दुकानदारों को नियमों का पालन करना चाहिए क्योंकि शहर में कोरोना का प्रचलन बढ़ रहा है। अगर नागरिकों की उचित देखभाल की जाए तो कोरोना पर आसानी से अंकुश लगाया जा सकता है, लेकिन नागरिक आवश्यकताएं खरीदने के नाम पर बिना किसी कारण के बाजार की ओर भागते हैं। प्रतिबंधित दुकानदारों को दुकानें नहीं खोलनी चाहिए। वर्तमान में सरकार ने कर्फ्यू लगा दिया है और यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि अब से बिना किसी कारण भटकने करने वाले नागरिकों के खिलाफ अपराध दर्ज किए जाएंगे।

    - निर्मला गायकवाड़, पाखले, मुख्य अधिकारी, इगतपुरी