Water
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    नाशिक. पिछले साल पर्याप्त बारिश (Enough Rain) होने से जिले के बांध (Dam) आज भी जल से लबालब हैं। इसके चलते मार्च माह खत्म होने के कगार पर आने के बाद भी जिले में जलापूर्ति (Water Supply) के लिए टैंकर (Tanker) शुरू नहीं हुआ है। लगभग डेढ़ माह तक टैंकर की जरूरत नहीं होगी। 

    वार्षिक नियोजन के तहत जलापूर्ति विभाग ने 11 करोड़ 19 लाख 77 हजार रुपए का जल किल्लत का प्रस्ताव तैयार किया है। जिले में पिछले साल अच्छी बारिश हुई थी, जिससे इसका औसतन 150 प्रतिशत था। इसके चलते जल किल्लत अब तक महसूस नहीं हुई।

    सूखाग्रस्त तहसीलों में भी जल संकट नहीं

    विशेष यह है कि नांदगांव, सिन्नर, मालेगांव, चांदवड़ इन सूखाग्रस्त तहसीलों में आज भी पर्याप्त पानी है। इसलिए इन तहसीलों से टैंकर की मांग नहीं हुई है। त्र्यंबकेश्वर, पेठ, सुरगाना आदि आदिवासी बहुल तहसीलों के कुछ क्षेत्र में टैंकरों की मांग अधिक होती है, परंतु यहां पर बारिश का प्रमाण अधिक होने से इस साल टैंकर की मांग होने की संभावना कम है। वार्षिक नियोजन के चरण में जलापूर्ति विभाग ने 604 गांव और 718 वाड़ियों के लिए जल किल्लत प्रस्ताव तैयार किया है। मई माह में इन गांवों के लिए 210 टैंकरों की जरूरत हो सकती है। इसलिए जल किल्लत प्रस्ताव तैयार किया है, जिसमें बोरवेल, नल योजना दुरुस्ती, कुआं खुदाई आदि उपाय योजनाएं शामिल हैं।

    पिछले साल मार्च में हुई थी टैंकर की मांग

    पिछले साल मार्च माह में टैंकरों की मांग की गई थी। इसके तहत प्रशासन ने टैंकर शुरू किए थे, परंतु पिछले साल बारिश  अधिक होने से जल किल्लत उपाय योजना से जलापूर्ति विभाग को राहत मिली है। जल किल्लत प्रस्ताव के लिए होने वाली निधि भी इस साल पूरी तरह से खर्च न होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।