सातपुर. प्रशासन द्वारा समय-समय पर किए गए आह्वान का जवाब देते हुए नाशिक (Nashik) में सभी व्यापार संघों और संस्थाओं ने आदेश के अनुसार अपनी आजीविका की दुकानों को बंद (Shops Closed) करके सरकार का पूरा समर्थन किया, लेकिन अब व्यापारियों ने आपा खो दिया है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के उपाध्यक्ष संजय सोनवणे (Sanjay Sonawane) ने सरकार से 1 जून से दुकानों को सशर्त खोलने की अनुमति देने की अपील की।
उन्होंने कहा कि हम सभी पेशेवर सामान्य व्यापारी हैं, दुकान का किराया, बीमा पॉलिसी सप्ताह, श्रमिकों के वेतन, बिजली बिल, बैंक ब्याज सहित हमारे व्यवसाय के दैनिक खर्च, विभिन्न सरकारी भुगतान नियमित व्यवसाय से होते हैं। एैसे में सभी व्यापारियों के लिए बड़ा सवाल यह है कि आमदनी बंद होने पर यह सारे भुगतान कैसे किए जाएं।
व्यापारियों को छूट दे सरकार
कहा गया कि प्रतिस्पर्धा के दौर में ऑनलाइन, व्यवस्थित व्यापार, पिछले 6 महीनों के लॉकडाउन से हुए नुकसान ने व्यापार करना बहुत मुश्किल बना दिया है। पिछले साल के लॉकडाउन में केंद्र सरकार ने कुछ छूट दी थी। इस लॉकडाउन में आज तक किसी पैकेज की घोषणा नहीं की गई है। हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि इस कठिन अवधि के दौरान उपरोक्त मांगों को पूरा करें, जैसे बिजली बिल पर चार महीने की छूट, बैंक ब्याज माफी, किराए में छूट, बैंकों को कार्यशील पूंजी के लिए निर्देश, जीएसटी में छूट, श्रमिकों के लिए विशेष पैकेज के साथ बीमा पॉलिसी का विस्तार, कर्मचारियों के वेतन का भुगतान करने के लिए कोई रास्ता राज्य सरकार की ओर से निकाला जाना चाहिए।
10 घंटे दुकान खोलने की मिले अनुमति
इस बीच, जिस तरह से उद्योग को जारी रखने की अनुमति दी गई थी, उसके अनुसार सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और दुकानों को 1 जून से कम से कम 10 घंटे शुरू करने की अनुमति दी जानी चाहिए। कोरोना को लेकर सरकार द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों का व्यापारी निश्चित रूप से पालन करेंगे। नाशिक के सभी व्यापारियों की ओर से कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के उपाध्यक्ष संजय सोनवणे ने सरकार से अपील की है कि एक जून से व्यापारियों को पूर्णकालिक दुकानें शुरू करने की अनुमति दी जाए।