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  • एक दिन में 6 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत

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नाशिक. जिले में कोरोना पीड़ित मरीजों की संख्या फिर से बढ़नी शुरू हो गई है. अगले सप्ताह में कोरोना के अधिक तीव्र होने की आशंका जताई जा रही है. जिले में बुधवार को 208 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली. गुरुवार को इस संख्या में 50 मरीजों की संख्या अधिक हुई. चौंकाने वाली जानकारी यह है कि अब तक कुल 2524 मरीजों की रिपोर्ट लंबित है, जिसका इंतजार मरीजों के साथ प्रशासन कर रहा है. कोरोना पीड़ितों की बढ़ती संख्या को रोकने के लिए स्वास्थ्य यंत्रणा काम कर रही है. दीपावली से पहले नाशिक में मरीजों की संख्या कम करने में प्रशासन को सफलता मिली थी.

ठंड से संक्रमण बढ़ने की आशंका

इस बीच ठंडी बढ़ने के बाद संक्रमण की दूसरी लहर आने की आशंका जताई गई. दीपावली के दौरान स्वास्थ्य विभाग के नियम तार तार हुए. अभी भी नागरिकों को बिना मास्क के देखा जा रहा है. जिसके परिणाम अब देखने को मिल रहे हैं. गुरुवार की देर रात को जिले के 257 संदिग्धों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली. इसमें नाशिक शहर के 166 व ग्रामीण परिसर के 83 लोग शामिल हैं. जिला बाह्य 6 लोग कोरोना से संक्रमित हुए. मालेगांव में दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त होने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने दी है. इसके बाद जिले के संक्रमित मरीजों की संख्या 97 हजार 776 हुई है. इसके अलावा 236 बाधितों को समय पर इलाज मिलने से वह स्वस्थ्य हुए. इसके बाद कोरोना मुक्त होने वाले मरीजों का आंकड़ा 93 हजार 606 हुआ है. वर्तमान में जिले के 2 हजार 423 संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है. इस दरमियान गुरुवार की रात तक दिनभर में कोरोना के कारण 6 लोगों की मौत हुई. इससे मृतकों का आंकड़ा 1 हजार 747 हुआ है. शहर में चार व ग्रामीण परिसर में दो लोगों ने अपनी जान गंवाई.

अध्यापकों की 1375 स्वैब रिपोर्ट

जिले में बुधवार को करीब 1200 संदिग्धों की रिपोर्ट लंबित होने के बावजूद गुरुवार को यह संख्या दो गुना हो गई. गुरुवार की शाम साढ़े सात बजे तक 2 हजार 524 संदिग्धों की रिपोर्ट लंबित होने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने दी. स्कूल शुरू होने की पार्श्वभूमि पर आध्यापकों को कोविड जांच करने के आदेश सरकार ने दिए हैं. प्रत्येक तहसील में प्रति दिन 100 अध्यापकों के स्वैब लेने के निर्देश प्रशासन को दिए गए हैं. इसलिए गुरुवार को दिनभर में केवल 1 हजार 375 स्वैब संकलित होने से प्रलंबित रिपोर्ट की संख्या में वृद्धि होने की जानकारी निवासी वैद्यकीय अधिकारी डॉ. अनंत पवार ने दी. शहर में दातार जेनेटिक्स इस निजी लैब सहित जिला अस्पताल, आडगांव मेडिकल कालेज में स्वैब की जांच हो रही है. इसके अलावा औरंगाबाद के डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मेडिकल सेंटर में स्वैब जांच के लिए रवाना किए जा रहे हैं.

मौसम के बदलाव का परिणाम

लक्षण होने के बावजूद अनेक लोगों ने दीपावली से पूर्व स्वैब की जांच नहीं कराई. अब ये लोग स्वैब के लिए आगे बढ़ रहे हैं. इसके अलावा मौसम में होने वाले बदलाव के कारण सर्दी, खांसी के मरीजों में इजाफा हो रहा है. इससे संदिग्ध मरीजों की संख्या बढ़ने की जानकारी डॉ. पवार ने दी.