राज्यमंत्री सत्तार के काफिले को रोक कर भाजपाईयों ने किया प्रदर्शन

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साक्री. शिवसेना नेता तथा राजस्व राज्य मंत्री अब्दुल सत्तार साक्री तहसील में सोमवार को कोरोना की समीक्षा और बारिश से हुए नुकसान की समीक्षा करने गए थे. भाजपाई कार्यकर्ताओं ने सूबे में कृषि विधेयक को अमल में नहीं लाने तथा बरसात से हुए नुकसान के आकलन में हुए विलंब पर विरोध जताते हुए मंत्री का वाहन रोक कर विरोध प्रदर्शन किया.

पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए प्रदर्शनकारियों को पकड़ लिया. पालक मंत्री अब्दुल सत्तार सोमवार को साक्री तहसील क्षेत्र में बरसाती नुकसान और राजस्व विभाग की ओर से चलाये जा रहे ‘ मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ अभियान के आकलन करने आए थे. इसी मौके को भांप कर भाजपाई कार्यकर्ताओं ने आघाड़ी सरकार की किसान विरोधी नीतियों का विरोध किया है.

भाजपा का कहना है कि किसान अपने नुकसान से परेशान हैं, लेकिन उनकी नुकसान का आकलन करने का समय निकल चुका है. अब जो फसल हाथ में आनी है, उसकी कटाई की जा रही है. ये राज्य की असंवेदनशील सरकार का किसानों पर अन्याय है. किसानों के हित में केंद्र सरकार द्वारा जो प्रस्ताव संसद में पारित हो चुके हैं उनको राज्य में लागू न करते हुए इसे किसान विरोधी बता रही है. आरक्षण, अतिक्रमण की जमीनों पर पिछली सरकार का निर्णय उलटने जैसे कई मामले हैं जो वर्तमान सरकार ने लटकाए हैं, जिन पर तत्काल निर्णय लेना आवश्यक है.

इन सब घटनाओं के विरोध में जिला संपर्क मंत्री अब्दुल सत्तार का वाहन रोकने का प्रयास किया गया. साथ ही राज्य सरकार की नाकामी के खिलाफ नारेबाजी भी भाजपाई कार्यकर्ताओं ने की. पुलिस निरीक्षक नितिन देशमुख ने अपने सहकर्मी पुलिस की मदद से हस्तक्षेप करते हुए कार्यकर्ताओं को रोक कर हिरासत में लेकर बाद में छोड़ दिया. भाजपा जिला महासचिव शैलेन्द्र अजगे, तालुका अध्यक्ष वेडू सोनवणे,  प्रदीप नंद्रे,  शहर अध्यक्ष कल्याण भोसले,  नंद्रे, महेंद्र देसले, बाबा पठान, एड़ सुरेश शेवाले, बंटी सोनवणे, संजय पाटिल और अन्य कार्यकर्ताओं ने आंदोलन में भाग लिया.