शिर्डी. बड़ी उम्र के लोगों के साथ–साथ ब्लैक फंगस (Black Fungus) नामक बीमारी अब छोटे बच्चों में भी दिखाई देने लगी है। शिर्डी (Shirdi) की रहने वाले केवल 5 माह की बच्ची को ब्लैक फंगस बीमारी होने का मामला सामने आया है। वारी कान्हेगाव में रहने वाला कोरके परिवार इस समय शिर्डी के पंढरीनाथ नगर (Pandharinath Nagar) में रहता है। उनकी दो बेटियां हैं। 5 माह की एक बेटी है। 27 मई 2021 को उनकी पांच महीने की बेटी को डायरिया और उल्टी होने लगी।
उसके माता-पिता उसे कोपरगांव के एक निजी अस्पताल में ले गए। उस समय डॉक्टर ने उन्हें भर्ती होने की सलाह दी थी। लड़की की हालत में सुधार नहीं होने पर अंतत: उसे नाशिक के सफल ट्रामा केयर सेंटर में भर्ती कराया गया। वहां कोविड की जांच की गई। परीक्षण निगेटिव था लेकिन इस बार रक्त परीक्षण में एंटीबॉडी दिखाई दीं। इतनी छोटी बच्ची को कोरोना हो जाने के बाद उसका इलाज शुरू किया गया।
बच्ची की जान बचाने में जुटे चिकित्सक
लड़की का चेहरा, आंख और शरीर सूजा हुआ था। मां बाप ने कर्ज लेकर बच्ची का इलाज करवाना शुरु किया इस दौरान कोरके परिवार के पास पैसे खत्म हो गए। इस बार उन्होंने लोनी के प्रवरा अस्पताल में बच्ची को भर्ती करवाने का फैसला किया। रविवार को कोपरगांव के विधायक राधाकृष्ण विखे पाटिल के कार्यालय में परिजनों के सहयोग से डॉ. संजीव की देखरेख में बच्ची को प्रवरा अस्पताल में भर्ती कराया गया। बच्ची फिलहाल आईसीयू में वेंटिलेटर पर है और उसका उचित इलाज चल रहा है। ब्लैक फंगस का उस पर अधिक प्रभाव। प्रवरा अस्पताल के डॉक्टर और अस्पताल प्रशासन बच्ची की जान बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।