सिन्नर. बारिश (Rain) के मौसम में कमर तक पानी में चल कर नागरिकों को देव नदी (Dev River) पार करना पड़ता है। छात्रों को भी इस समस्या का सामना करना पड़ता है। वड़गांव-सिन्नर में देव नदी पर पुल (Bridge) का निर्माण किया जाए। ऐसी मांग कई सालों से की जा रही थी जो अब पूरी होने जा रही है।
सरपंच मंदाकिनी काले (Sarpanch Mandakini Kale) के हाथों पुल का भूमिपूजन किया गया है। इस अवसर पर ग्राम मार्गदर्शक कोंडाजी आव्हाड, भाऊसाहब शिंदे, रावसाहब आढाव, किसन बलक, अन्ना खताल, संजय काले, उप पंच नीलेश बलक, सदस्य साहेबराव अन्ना सालुंखे, संदीप अधव, अमित गीते, नंदू पेढेकर, श्याम पवार, विश्वास गीते, ग्रामीण संजय आव्हाड, संपत शिंदे, बालासाहब शिंदे, नितिन काले, पोपट काले, उत्तम काले, राजेंद्र चव्हाणके, अन्ना शिंदे, आर्किटेक्ट्स काकड़ और आव्हाड उपस्थित रहे।
2018 के सम्मेलन में मिली थी मंजूरी
नाबार्ड 25 के तहत 2018 के सम्मेलन में कार्य को मंजूरी दी गई थी, लेकिन कोरोना महामारी ने टेंडर प्रक्रिया में देरी की। सरपंच मंदाकिनी काले और सदस्यों ने कार्यपालक अभियंता तांबे से मुलाकात की। तब से अब तक पुल के निर्माण के लिए 70 लाख रुपये की राशि उपलब्ध कराई जा चुकी है। पुल का इस्तेमाल शिंदे, कोतकर, खताल, गीते और आव्हाड बस्ती तक पहुंचने के लिए किया जाएगा। बरसात के मौसम में देव नदी बहने के बाद बस्ती के नागरिकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। खासकर छात्रों को स्कूल जाने की सुविधा नहीं थी। स्कूल से आने-जाने के लिए अक्सर छात्रों को पानी के बीच से जाना पड़ता था। छात्रों समेत अभिभावकों की जान को भी खतरा था। अब पुल बनाकर समस्या का समाधान किया जा रहा है। वडगांव-सिन्नार में पुल का काम शुरू कर दिया गया है। इस अवसर पर मंदाकिनी काले, कोंडाजी आव्हाड, भाऊसाहेब शिंदे, रावसाहेब अधव आदि उपस्थित रहे।