देवलाली कैम्प. जिले के बेरोजगारों ( Unemployed) को कारोबारी प्रशिक्षण (Business Training) और रोजगार (Employment) उपलब्ध कराने के लिए सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल अभियांत्रिकी व तकनीकी संस्था (सिपेट) का प्रशिक्षण केंद्र (Training Center) नाशिक (Nashik) में खोलने के लिए प्रयास किया जा रहा है। सेंटर के प्रस्तावित कार्य को बढ़ावा देने के लिए नाशिक तहसील सहित सातपुर, अंबड के कुछ सरकारी जमीनों का सिपेट की स्पेशल टीम ने निरीक्षण किया। जमीन संतोषजनक होने पर सिपेट के राज्य प्रमुख और संचालक कमलजीत घई ने रिपोर्ट चेन्नई के मुख्य कार्यालय में रवाना करने की बात कहीं।
नाशिक संभाग के नाशिक, धुलिया, नंदुरबार, अहमदनगर, जलगांव इन पांच जिलों में बढ़ती बेरोजगारी को ध्यान में रखकर नाशिक में कुशल शिक्षा-प्रशिक्षण संस्था तथा उन्हें कम्पनियों में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए नाशिक में सिपेट सेंटर बनाने की मांग हो रही थी। इसके बाद प्रयास शुरू किए गए। एक पखवारे पूर्व राज्य के उद्योग विभाग के सचिव बलदेव सिंह से मुलाकात कर प्रबुद्ध लोगों ने नाशिक में सिपेट सेंटर शुरू करने की मांग की थी।
15 एकड़ जमीन की आवश्यकता
मांग को उचित मानते हुए नाशिक में जमीन उपलब्ध करने के लिए शासन व जिला प्रशासन स्तर पर प्रयास शुरू किया गया। इस सेंटर के निर्माण के लिए 15 एकड़ जमीन की आवश्यकता है। इसके लिए जिला प्रशासन के माध्यम से नाशिक तहसील के शिंदे, सिद्ध पिंप्री, गोवर्धन, दरी, सिन्नर तहसील के मालेगांव एमआईडीसी की सरकारी जमीन का सुझाव दिया गया।
जमीन देखने के बाद आश्वस्त नजर आए अधिकारी
औरंगाबाद के सिपेट संचालक कमलजीत घई ने जिले का दौरा किया और गोवर्धन, शिंदे स्थित जमीन व औद्योगिक वसाहत की नाशिक इंडस्ट्रीयल क्लस्टर के सातपुर, अंबड स्थित जमीन का निरीक्षण किया। जमीन देखने के बाद घई ने संतोष व्यक्त किया और दो दिनों में अपनी रिपोर्ट चेन्नई के मुख्यालय में रवाना करने की बात कहीं। इस दौरान सिपेट के प्रवीण बच्छाव, भारत देशमुख सहित नाशिक इंडस्ट्रियल क्लस्टर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एसके माथुर, विक्रम सारडा, नरेंद्र बिरारी, संजीव नारंग आदि उपस्थित रहे।