नाशिक दौरे में सरकार पर बरसे पूर्व सीएम फडणवीस

Loading

नाशिक के कोविड 19 अस्पतालों का किया दौरा 

मनपा को भरपूर निधि न देने का लगाया आरोप 

नाशिक. केंद्र सरकार की ओर से राज्य सरकार को भरपूर निधि दी जा रही है. सरकार राज्य की सभी महापालिकाओं को भरपूर निधि देकर कोरोना के संकट से लड़ने में उनकी सहायता करे. इसमें किसी प्रकार की राजनीति न हो. मुंबई के बाद अब नाशिक में भी क्रिटिकल स्थिति बन गई है. ऐसे विचार पूर्व मुख्यमंत्री और विरोधी पक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस ने नाशिक दौरे के दौरान व्यक्त किये. नाशिक के साथ जिले के विभिन्न शहरों में कोरोना मरीजों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है. 

 व्यवस्थाओं का लिया जायजा

नाशिक में कोरोना के लिये किए गए व्यवस्थापन का जायजा लेने और भाजपा के पदाधिकारियों से मुलाकात के लिये बुधवार, 8 जुलाई को फडणवीस नाशिक आए थे. शहर के जिला शासकीय अस्पताल, नाशिकरोड के बिटको अस्पताल और राजस्व विभाग से भी मुलाकात की और भाजपा शहर कार्यालय में पत्रकार परिषद को संबोधित किया. पत्रकारों से बात करते हुए फडणवीस ने कहा कि रैपिड एंटीजन किट बड़ी मात्रा में उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे कोरोना की जांच में कम समय लगेगा. सरकार ने सभी हॉट स्पॉट बने शहरों में इस सुविधा को शुरू करने के निर्देश दिये हैं. इसलिये मनपा प्रशासन इसकी पूरी जानकारी लेकर तुरंत इस यंत्रणा को शुरू करे. ऐसा करने पर कोरोना पर नियंत्रण बनाने में बड़ी सहूलियत होगी. 

 केवल कागजी कार्रवाई न करे प्रशासन

 मनपा और जिला प्रशासन केवल दस्तावेजी काम न करे, ऐसा करने से कोरोना को मात नहीं दी जा सकती, ऐसी टिप्पणी भी देवेंद्र फडणवीस ने की है. मुंबई में हाई रिस्क कांटैक्ट की जांच में पूरी तरह से संभ्रम की अवस्था होने से जांच न होने की चिंता भी फडणवीस ने जताई. साथ ही शहर में मास टेस्टिंग करने की सलाह भी उन्होंने दी. उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना ने इतनी तेजी के साथ हमला किया हुआ है कि कहीं से भी मरीजों के आंकड़े कम होते नहीं दिखाई दे रहे हैं. शहरों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी नागरिक कोरोना का शिकार हो गए हैं. यह आंकड़ा भी शहरी मरीजों की तरह ही बढ़ता जा रहा है. फडणवीस ने कहा कि मुंबई में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की आंकड़ेवारी दिशाभूल करने वाली है. जांच केवल 3300 हुई है, इसलिये कोरोना बाधितों का आंकड़ा 806 है. जबकि मुंबई में इससे अधिक भीषण परिस्थिति बनी हुई है और सच्चाई कुछ और है. 

मरीज कम दिखाने नहीं हो रही टेस्टिंग 

कोरोना मरीजों की संख्या कम दिखाई जा सके, इसलिये लोगों की जांच भी नहीं की जा रही है. ऐसा आरोप फडणवीस ने राज्य सरकार पर लगाया. उन्होंने कहा कि मुंबई के लोगों को पूरी तरह से धोखे में रखा जा रहा है. फडणवीस ने अधिकारियों के तबादले को लेकर किए गए एक सवाल के जवाब में कहा कि अधिकारियों के तबादले मुंहदेखी राजनीति है. 

सरकार की गति पड़ी धीमी

बिना सूचना दिये तबादला करना सरकार की मनमानी है.तबादलों के मामले में सरकार के बीच शरद पवार को बोलना पड़ता है, यह सरकार का दुर्भाग्य है. सरकार में तीन पॉवर सेंटर होने के कारण सरकार की गति धीमी और दिशाभूल करने वाली है. इस कारण राज्य की स्थिति जस की तस बनी हुई है.

-विरोधी पक्ष नेता फडणवीस