- 9 नए मरीज मिलने से बढ़ी चिंता
दिंडोरी. दिंडोरी तहसील में 9 नए मरीजों के मिलने से साफ दिखाई देने लगा है कि तहसील के ग्रामीण इलाकों में कोरोना के मरीजों की संख्या अब बढ़ने लगी है. मरीजों की संख्या बढ़ने से नागरिकों और प्रशासन में चिंता बढ़ने लगी है. पिछले कुछ दिनों से तहसील में मरीजों के ना मिलने से ऐसा लगने लगा था कि कोरोना की कड़ी टूट गई है, लेकिन गुरुवार की शाम को 9 नए मरीजों के मिलने से स्पष्ट हो गया है कि दिंडोरी के ग्रामीण इलाकों में कोरोना ने फिर से अपने पंख फैला लिये हैं.
6 साल का बालक पाॅजिटिव
दिंडोरी शहर की टेलीफोन कॉलोनी में एक 6 वर्षीय बालक कोरोना पाजिटिव है. इसी प्रकार बस स्टैंड के पास लक्ष्मी अपार्टमेंन्ट में एक 34 वर्षीय व्यक्ति कोरोना से बाधित हुआ है. वरखेडा गांव में 4 लोगों को कोरोना ने हुआ है जिनमें 2 महिलाओं और एक बालक का समावेश है. मडकीजांब में 50 वर्षीय पुरुष कोरोनाग्रस्त हुआ है. इससे पहले लखमापुर फाटा में ऐवरेस्ट, हायमीडिया, हेग्ज़ागोन इन कंपनियों पर कार्रवाई करने पर ग्रामीण इलाकों में संसर्ग कुछ हद तक रुका है. उसके बाद भी इन कंपनियों के कर्मचारी गांव में रह रहे थे. कुछ लोगों के परिवार वाले भी संसर्ग का शिकार हुए हैं. 2 दिन पहले धुमाल कंपनी का एक कामगार बाधित हो गया था. वणी में एक 23 वर्षीय युवक और रामशेज में 26 साल का युवक कोरोना पाजिटिव पाया गया है. तुंगलदरा में एक व्यक्ति के साथ एक 7 और एक 8 वर्ष का बालक बाधित हुए हैं. इन मरीजों के सामने आने से तहसील के ग्रामीण इलाकों में कोरोना का संसर्ग सामने आया है.
पालिजिंटा कंपनी में मरीज़ होने की चर्चा
पॉलिज़िंटा कंपनी में भी कोरोना का मरीज होने की चर्चा की जा रही थी, लेकिन कंपनी ने इस प्रकार की कोई भी जानकारी अवनखेड ग्रामपंचायत को नहीं दी है. ऐसी जानकारी अवनखेड के ग्रमासेवक विनोद अहिरे ने दी है. ऐसा कहा जा रहा है कि तहसील की सभी कंपनियों ने अपने कामगारों से एक पत्र लिखाकर लिया है कि उन्हें अब तक कोरोना नहीं हुआ है और कोरोना होने पर पूरे उपचार की जिम्मेदारी और नुकसान का जिम्मेदार कामगार होगा. ऐसे में कामगारों की स्थिति और भी बिगड़ गई है. उनके सामने दो प्रश्न खड़े हो गए हैं कि वे नौकरी बचाएं या बीमारी से बचते फिरें?